इस शहर में गोलगप्पे पर लगा प्रतिबंध

1958

 

नई दिल्ली –

पूरे भारत में पानीपूरी (गोलगप्पे) को लोगों द्वार खुब पसंद किया जाता है. वहीं गुजरात के वडोदरा में पानीपूरी को फिलहाल बैन कर दिया गया है. वडोदरम में महानगर पालिका द्वारा पानीपूरी की बिक्री पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है. इसका कारण महानगर पालिका द्वारा ये बताया गया कि गोलगप्पे बनाने में साफ- सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है. आपको बता दे कि वडोदरा में पानी की वजह से फैल रही गंदगी के कारण बीमारी फैल रही है.

 

ये भी पढ़े : क्या सैमसंग से पहले फोल्डेबल स्मार्टफोन लाॉन्च कर देगी ये कंपनी

 

इसी को देखते हुए आरोग्य विभाग द्वारा पानीपूरी वडोदरा में पूरी तरह पानीपूरी (गोलगप्पे) की बिक्री पर रोक लगा दिया गया है. वहीं इस मामले में बताया जार रहा है कि आरोग्य विभाग द्वारा शहर के कई इलाको से 50 से भी ज्यादा पानीपूरी बनाने वाली यूनिट की जांच की गई और इसके बाद चार हजार किलो पूरी, 3350 किलो आलू चने और बीस कीलो तेल औऱ 1200 लीटर गोलगप्पे में दिया जाने वाले पानी को नष्ट कर दिया गया.

 

ये भी पढ़े : पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता

 

इसके अलावा अगर बात आरोग्य विभाग द्वारा पानी से फेलने वाली बिमारियों को रोकन के लिए की जाए तो आऱोग्य विभाग ने पिछले दिनो में लगभग 1700 किलो चिकन पानीपूरी नूडल्स समेत कई खाने पीने की चीजो को नष्ट किया गया है.

 

 

वहीं इसके अलावा ये भी कहा जा  रहा है कि इस मामले में  पानीपूरी (गोलगप्पे) विक्रेताओं को नोटिस दिया गया है. जानकारी के अनुसार जबतक पानी से फैलने वाली बीमारियों पर स्थिती सामान्य नहीं हो जाती तब तक पूरी तरह पानीपूरी पर प्रतिबंध लगा रहेगा. फिलहाल वडोदरावासी गोल्गप्पे का आनंद कुछ दिनों तक नहीं ले पाएंंगे.