दमनकारी नीति अपना रही है तमिलनाडु पुलिस : रंजीत कुमार

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पटना। स्वराज इंडिया पार्टी के नेता योगेंद्र यादव को शनिवार को तमिलनाडु पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बता दें कि राज्य के तिरुवन्नमलाई में वो 8-लेन सलेम चेन्नई एक्सप्रेसवे के विरोध में किसानों के साथ प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे । उन्हें विरोध करने वाले अन्य साथियों के साथ पास के ही एक मैरिज हाल में रखा गया है। योगेंद्र यादव ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने एक विडियो जारी करके कहा है कि यहाँ किसानों की जमीन बिना उसकी मर्जी के अधिग्रहण किया जा रहा है। मैं उन किसानों के बुलावे पर यहाँ आया हूँ। उन्होंने आगे कहा कि हम यहाँ जांच करने आए हैं कि आखिर किसानों की समस्या क्या है? उनका मत क्या हैं? उनके अनुसार वो सुबह एक गॉव में कुछ किसानों के साथ मीटिंग करने के बाद एक दुसरे गॉव में किसानों से मिलने जा रहे थे उसी समय उन्हें पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए रोक लिया और उन्हें और उनके साथी को घसीटते हुए हिरासत मे ले लिया।
इस घटना पर स्वराज इण्डिया पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रंजित कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह करतूत स्वस्थ्य लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया है। क्या किसानों कि समस्या सुनना और उनसे मिलना ,समर्थन करना ,मदद करना गलत है ? लगता है सरकार की नज़र में यह एक गुनाह का रूप लेता जा रहा है, जिसका लोकतंत्र में कहीं जगह नहीं है। लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से योगेन्द्र यादव जी तथ्यों को जानने का प्रयास कर रहे थे। तमिलनाडु सरकार और पुलिस के द्वरा किसानों के आवाज को दबाने का प्रयास किया गया है। उनकी इस करतूत जितनी भी निंदा किया जाए कम है। उन्होंने आगे कहा सरकार चाहे कितनी भी दमन क्यों न करें लेकिन स्वराज इंडिया किसानों के हक़ के लिए संघर्ष करती रहेगी।
बता दें कि सुबह ही योगेंद्र यादव ने कलेक्टर कंडासामी से फोन पर भूमि अधिग्रहण और बाकी शिकायतों के बारे में बात की। कलेक्टर साहब ने मामले में पुलिस की किसी भी दखलंदाज़ी से इनकार किया था। लेकिन कुछ ही मिनटों में तमिल नाडु पुलिस ने योगेंद्र यादव को हिरासत में ले लिया। योगेंद्र यादव तमिल नाडु में चल रहे भूमि अधिग्रहण को लेकर एक  फैक्ट फाइंडिंग टीम का नेतृत्व करेंगे और उन गाँव वालों के साथ उनके दुःख दर्द को साझा करेंगे। जानकारी मिली है कि पुलिस ने जबरदस्ती सबों का फोन छीना और हाथापाई भी की। फिलहाल पुलिस उन्हें किसी अज्ञात जगह ले गयी है। तमिल नाडु में इस तरह से पुलिस राज का होना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ज्ञात हो कि स्वराज इंडिया पार्टी किसानों के हित में लगातार संघर्ष कर रही है। देश में कहीं भी अन्नदाता किसानों की जमीन अवैध ढंग से हड़पने नहीं दी जाएगी। पार्टी ने देश के किसानों और नौजवानों के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करने का भरोसा दिलाया है।