आसमान की ऊंचाइयों को छूता रहे देश का झंडा— प्रो. पीयूष रंजन

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नई दिल्ली-

देश भर में सशस्त्र झंडा दिवस हर साल 7 दिसंबर को  मनाया जाता है। झंडा दिवस का महत्व समस्त भारतीयों के लिए खास है लेकिन तीनों सेनाओं के लिए इसका विषेष महत्व है। तीनों सेनाओं में यह दिन विशेष रूप से मनाया जाता है।

झंडा दिवस के बारे में बताते हुए एसोसिएशन ऑफ लीडर्स एण्ड इंडस्ट्रीज (एली) के डायरेक्टर जनरल प्रो. पीयूष रंजन कहते हैं कि 23 अगस्त 1947 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की रक्षा समिति की ओर से युद्ध दिग्गजों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए हर साल 7 दिसंबर को झंडा दिवस मनाने का फैसला लिया गया था और तब से लेकर आज तक हर साल 7 दिसंबर को झंडा दिवस मनाया जाता है। झंडा दिवस यानी अपने राष्ट्र और राष्ट्र के सुर वीरों के सम्मान का दिन व हमारे जांबाज सैनिकों के प्रति एकजुटता दिखाने का दिन।

प्रो. पीयूष रंजन देश की तीनों सेनाओं के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहते हैं कि देश के हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह झंडा दिवस कोष में अपना योगदान दें, ताकि हमारे देश का झंडा आसमान की ऊंचाइयों को छूता रहे। हम आम भारतीय का भी दायित्व है कि हम सैनिकों के सम्मान व उनके कल्याण में अपना योगदान दें