गुरु नानक के विचारों और शिक्षाओं का अनुसरण करे छात्र- बंसल

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नईदिल्ली-

एनडीआईएम के चेयरमैन वीएम बंसल ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा का दिन काफी महत्वपूर्ण है। इसी दिन गुरु नानक का प्रकाश उत्सव मनाया जाता है। गुरुनानक जी के जीवनी का जीवन आदर्श जीवन है। उन्होंने समाज सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए जिसे आज समझने की जरूरत है। छात्रों को गुरु नानक जी के विचारों और शिक्षाओं का अनुसरण करना चाहिए।

बंसल ने कहा कि सिखों के पहले गुरु नानक देव जी का जन्म 1526 को कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ। सिख धर्म के अनुयायी इस दिन को प्रकाश उत्सव और गुरु पर्व के नाम से मनाते हैं। सिखों के प्रथम गुरु नानक साहब को इनके अनुयायी नानक, नानक देव जी, बाबा नानक और नानकशाह नामों से संबोधित करते हैं।

बंसल ने कहा कि लद्दाख व तिब्बत में इन्हें नानक लामा भी कहा जाता है। नानक अपने व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्मसुधारक, समाजसुधारक, कवि, देशभक्त और विश्वबंधु – सभी के गुण समेटे हुए थे। छात्रों को आज के दिन गुरु नानक जी के आ्रदर्शों से सीखने की आवश्यकता है। गुरू पर्व पर देशवासियों को शुभकामना।