मॉनसून सत्र से उद्योग जगत को अपेक्षाएं- आईसीसीआई

831

-मॉनसून सत्र 18 जुलाई से 20 अगस्त तक।

-सरकार के नीतियों से भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा।

नईदिल्ली-

मॉनसून सत्र से उद्योग जगत को काफी अपेक्षाएं हैं। सरकार लगातार अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए कई कदम उठाए हैं निश्चिततौर पर सरकार अभी कई कदम और तेजी से आगे बढ़ाएंगें।

आईसीसीआई के डायरेक्टर मानवेंद्र कुमार ने कहा कि मॉनसून सत्र में कई अहम घोषणाएं होंगी। जिससे उद्योग जगत को फायदा पहुंचेगा। खासकर ई-बिल आने के बाद उद्योग जगत के पास कई तरह की समस्याएं आई हैं जिसके लिए केंद्र सरकार कदम बढ़ा सकती है। उन्होंने कहा कि आज जीएसटी कानून में आवेदन के सात दिन के भीतर 90 फीसदी रिटर्न देने के प्रावधान में अभी कई अड़चनें आ रही है। निश्चिततौर पर सरकार इस पर संसद में अपना पक्ष रखेगी जिससे जिससे उद्योग जगत को राहत मिलेगी। अभी केंद्र और राज्य सरकार में रिफंड को लेकर काफी समस्याएं हैं। जिसका हल उद्योग जगत चाहता है।

गैर परंपरागत ऊर्जा स्त्रोत पर सरकार का जोर-आईसीसीआई

मानवेंद्र कुमार ने कहा कि एनडीए सरकार अपने कार्यकाल के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी है। ऐसे में उद्योग जगत को कई ऐसे उदार नियम का फायदा मिल सकता है जिससे की निवेश में और तेजी आए। निश्चिततौर पर आने वाले दिनों में कई नए उपायों और निर्णयों की अपेक्षा है जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा।

गौरतलब है कि मॉनसून सत्र 18 जुलाई से शुरु हो रहा है जो 20 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र 16 वीं लोकसभा के ठीक पहले के आखिरी सत्र है। जिसमें कई अहम बिल पास होगा। जिसमें तीन तलाक जैसे बिल राज्यसभा में ऱखें जाएंगें। वहीं राज्यसभा में उपसभापति का चुनाव भी होगा जिसके लिए राजनीतिक गतिविधि तेज हो गई है।