भारतीय युवा कांग्रेस का अखिल भारतीय यात्रा ‘युवा क्रांति यात्रा’ का आयोजन

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नई दिल्ली – इंडियन युथ कांग्रेस के नेतृत्व में एक राष्ट्रव्यापी यात्रा ‘युवा क्रांतियात्रा’तमिलनाडु के कन्याकुमारी से दिल्ली तक आहूत की जा रही है। यह यात्रा संविधान दिवस 26 नवम्बर 2018को कन्याकुमारी से प्रारंभ होकर देश के समस्त राज्यों से गुजरते हुए शहीद दिवस के अवसर पर 30 जनवरी,2019को दिल्ली पहुँचेगी। इस यात्रा का उद्देश्य है भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में गठित राजग सरकार द्वारा जारीसामाजिक वैमनस्यता एवं भेदभाव की नीति का उन्मूलन का करना, बढ़ते बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार काउत्तरदायित्व निर्धारित करना, कमरतोड़ महंगाई, किसान एवं कृषि संकट, महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते हिंसकघटनाओं एवं भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दों पर जनमानस के बीच अलख जगाना। देश की जनता- जनार्दन के साथ एकवाद और संवाद की श्रृंखला स्थापित करना।

यह राष्ट्रव्यापी आयोजन भारतवर्ष  के लोगों को उनके बुनियादी अधिकारों के सशक्तिकरण के उद्देश्य से आहूतकिया जा रहा है ज्ञात हो कि वर्तमान शासन तंत्र द्वारा उनके अधिकारों को समाप्त कर उनके जीवन को अंधकारयुग की ओर ले जाने का सुनियोजित और संगठित साजिश किया जा रहा है। यह एक उपयुक्त समय है जब हमएकसाथ मिलकर मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की निरंकुश एवं दमनकारी रवैये के विरुद्ध एक सार्थकप्रयास करें। वर्तमान सरकार का एक ही ध्येय है कि आम आदमी को उनके मुलभूत आवश्यकताओं एवं अधिकारों सेवंचित कर सत्ता में बैठे निज़ाम के हितों की रक्षा येन-केन-प्रकारेण सुनिश्चित कराई जाए। धर्म, जाति एवंसम्प्रदाय के आधार पर बढ़ते असुरक्षा की भावना के मद्देनजर देशवासियों के मध्य भय एवं आतंक की कावातावरण कायम हुआ है। जनमानस भयभीत है। प्रधानमंत्री एवं उनके कैबिनेट सहयोगी अंतिम आदमी के हितार्थकिसी प्रकार का परिवर्तन एवं लाभकारी कदम उठाने में असफल रहे हैं। विडम्बना यह है कि राष्ट्र का सामाजिक,राजनीतिक और आर्थिक ताना-बाना दिन-प्रतिदिन कमजोर होता जा रहा है। प्रत्येक दूसरे दिन देश में एक नयाघोटाला उजागर हो रहा है जिसमें सरकार की प्रत्यक्ष संलिप्तता प्रकट हो रही है। स्थिति यह हो गई है कि आज देशमें ऐसी कोई संवैधानिक,स्वायत्त संस्था नहीं बची है जो किसी भी मुद्दे पर स्वतन्त्र जांच कर सके सरकार कीदोषपूर्ण नीतियों के कारण किसान मर रहे हैं, मारे जा रहे हैं, महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहे हैं उनकी नृशंसहत्या हो रही है और हमारे देश के शासक अपना आंख और कान बन्द करके राजगद्दी पर विराजमान हैं।