अगर कोरोना हो जाए तो घबराएं नहीं,शांत रहें

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खुद को घर के अन्य सदस्यों से कर लें अलग
सकारात्मक विचार रखते हुए खुद को व्यस्त रखें

बांका, 5 मई
कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोग चपेट में आ रहे हैं. हालांकि बड़ी संख्या में लोग ठीक भी हो रहे हैं, लेकिन कोरोना हो जाने के बाद जो व्यक्ति ज्यादा घबराता है, वह ज्यादा परेशान रहता है. इसलिए कोरोना हो जाने के बाद घबराने की बजाए शांत रहें और मन में सकारात्मक विचार रखें.
कोरोना हो जाने के बाद लोगों को घबराना नहीं चाहिए: शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि कोरोना हो जाने के बाद लोगों को घबराना नहीं चाहिए. होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना पीड़ित को अपना इलाज शुरू कर देना चाहिए. डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा का सेवन करना चाहिए और घर पर रहते हुए सावधानी बरतनी चाहिए. ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टर से सलाह लेकर भर्ती होने के बारे में सोचना चाहिए.

10 दिनों के लिए हो जाएं आइसोलेट: डॉ चौधरी कहते हैं कि अगर आपको कोरोना हो जाए तो अलग कमरे में 10 दिनों के लिए आइसोलेट हो जाएं. कमरे में शौचालय की अगर अलग से व्यवस्था हो तो ज्यादा बेहतर रहेगा. आराम करें और दिमाग को शांत रखें. किताब पढ़ें, टीवी देखें और मोबाइल से वीडियो कॉल के जरिए खुद को व्यस्त रखें. अगर आप थोड़ा सा सहज महसूस कर रहे हों तो व्यायाम भी कर सकते हैं. साथ ही घर के सभी वेंटिलेशन और खिड़कियां को खोल दें.

कमरे के बाहर जाते वक्त पहनें मास्क: डॉ चौधरी कहते हैं कि आप जिस कमरे में रह रहे हैं, उससे अगर आप बाहर जा रहे हैं तो नाक और मुंह को ढककर रखें. इसके लिए मास्क पहनें. साथ ही अगर आपके कमरे में कोई और लोग आ रहे हैं तो उन्हें भी मास्क पहनने के बाद ही अंदर आने दें. ऐसा करने से कोरोना का संक्रमण आपसे दूसरों में नहीं होगा.

हाथों को साबुन से बार-बार धोएं:
डॉ चौधरी कहते हैं कि होम आइसोलेशन के दौरान भी हाथों को बार-बार साबुन से धोते रहना चाहिए. अपने कमरे को कीटाणुनाशक या फिर साबुन से साफ करते रहना चाहिए. इन उपायों को करने से आप कोरोना से जल्द से जल्द मुक्त हो जाएंगे. साथ ही आप से दूसरे लोगों में भी संक्रमण नहीं होगा.

एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें
– सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
– अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
– आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
– छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।