– दोनों संक्रमित मरीजों को अलौली पीएचसी में कराया गया भर्ती, इलाज शुरू
– शिविर के साथ-साथ घर-घर भी पहुँची मेडिकल टीम और लोगों की सुविधाजनक तरीके से की गई जाँच
खगड़िया, 21 दिसंबर।
जिले के अलौली प्रखंड अंतर्गत कालाजार प्रभावित क्षेत्र के सूरजनगर गाँव में कालाजार उन्मूलन को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को उक्त गाँव में विशेष कालाजार जाँच शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन स्वास्थ्य विभाग खगड़िया द्वारा केयर इंडिया के सहयोग से अलौली पीएचसी प्रभारी डाॅ मनीष कुमार के नेतृत्व में किया गया। जिसमें मेडिकल टीम द्वारा लोगों की स्वास्थ्य जाँच की गई और कालाजार से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। साथ ही जो लोग शिविर में नहीं आए, उनके घर तक मेडिकल टीम पहुँची। जहाँ सुविधाजनक तरीके से जाँच की गई। शिविर में कालाजार के अलावा सर्दी-खांसी समेत अन्य मौसमी बीमारी और अन्य शारीरिक पीड़ा से भी पीड़ित लोगों की जाँच की गई। जाँच के बाद आवश्यक दवाई भी उपलब्ध कराई गई और जरूरी चिकित्सा परामर्श भी दिया गया। वहीं, शिविर में जाँच के दौरान दो लोग कालाजार संक्रमित पाए गए। दोनों को समुचित इलाज के लिए अलौली पीएचसी भेजा गया। जहाँ दोनों का मेडिकल टीम की मौजूदगी में इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार दोनों मरीजों के स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। मालूम हो कि इस गाँव में कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार सघन मरीज खोज अभियान चलाया जा रहा है। ताकि संदिग्ध मरीजों की शुरुआती ङदौर में ही पहचान सुनिश्चित हो सके और ससमय आवश्यक समुचित जाँच और इलाज उपलब्ध कराई जा सके। साथ ही अन्य लोगों को भी बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाया जा सके। इस शिविर में डीभीबीडीसी बबलू सहनी, भीबीडीसी शहनवाज आलम, केयर इंडिया के डीपीओ कृष्ण कुमार भारती, एएनएम रंजन कुमारी, लैब टेक्नीशियन किसन कुमार, विशन कुमार, केयर इंडिया के नवीन कुमार, संजय कुमार, आशा फेसीलीटेटर कुमारी मधु, आशा रेणु कुमारी आदि मौजूद थे।
– शिविर की सफलता को लेकर एक दिन पूर्व घर-घर जाकर दी गई जानकारी :
अलौली पीएचसी प्रभारी डाॅ मनीष कुमार ने बताया, शिविर की सफलता को लेकर संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सोमवार को घर-घर जाकर लोगों को आयोजित होने वाले शिविर की जानकारी दी गई। ताकि अधिकाधिक लोगों को शिविर की जानकारी मिल सके और सभी लोग आकर सुविधाजनक तरीके से जाँच करवा सकें। इसके बाबजूद भी जो लोग शिविर में नहीं आए, मेडिकल टीम खुद उनके घर जाकर जाँच की। वहीं, उन्होंने कहा, मैं पूरे गाँव के लोगों से अपील करता हूँ कि लक्षण दिखते ही सभी लोग खुद और समाजहित में जाँच के लिए आगे आएं। क्योंकि, किसी भी बीमारी का समय पर इलाज शुरू कराना जरूरी होता है। वहीं, उन्होंने बताया, संक्रमित मिले दोनों मरीजों का अलौली पीएचसी में इलाज चल रहा है। जहाँ दोनों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक पहल की जा रही है।
– कालाजार के लक्षण :
– लगातार रुक-रुक कर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना।
– वजन में लगातार कमी होना।
– दुर्बलता।
– मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।
– व्यापक त्वचा घाव जो कुष्ठ रोग जैसा दिखता है।
– प्लीहा में नुकसान होता है।
– छिड़काव के दौरान इन बातों का रखें ख्याल :
– छिड़काव के पूर्व घर की अन्दरूनी दीवार की छेद/दरार बंद कर दें।
– घर के सभी कमरों, रसोई घर, पूजा घर, एवं गोहाल के अन्दरूनी दीवारों पर छः फीट तक छिड़काव अवश्य कराएं छिड़काव के दो घंटे बाद घर में प्रवेश करें।
– छिड़काव के पूर्व भोजन सामग्री, बर्तन, कपड़े आदि को घर से बाहर रख दें।
– ढाई से तीन माह तक दीवारों पर लिपाई-पोताई ना करें, जिसमें कीटनाशक (एस पी) का असर बना रहे।
– अपने क्षेत्र में कीटनाशक (एस पी) छिड़काव की तिथि की जानकारी आशा दीदी से प्राप्त करें।