आयोडिन के प्रति लोगों को जागरूक करने को आज से ग्लोबल आयोडिन अल्पता बचाव सप्ताह

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– प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है ग्लोबल आयोडिन अल्पता बचाव दिवस

– सदर अस्पताल सहित सभी अनुमंडल, रेफ़रल अस्पताल, और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर होंगे जागरूकता कार्यक्रम

मुंगेर, 20 अक्टूबर। आयोडिन युक्त नमक का सेवन और मानव जीवन में आयोडिन के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गुरुवार से 28 अक्टूबर तक ” ग्लोबल आयोडिन अल्पता बचाव सप्ताह मनाया जा रहा है। मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को “ग्लोबल आयोडिन अल्पता बचाव दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर जिलाभर में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने को ले राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने राज्य के सभी जिलों के सिविल को एक चिट्ठी जारी की है।

जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के सदस्य सचिव और सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कि गुरुवार को सदर अस्पताल मुंगेर, अनुमंडल अस्पताल तारापुर सहित जिला के सभी रेफ़रल अस्पताल, सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा सभी हेल्थ और वेलनेस सेन्टर पर भोजन में आयोडिन युक्त नमक की महत्ता के साथ-साथ सम्पूर्ण मानव जीवन में आयोडीन के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना है। इसके लिए सभी अस्पताल के अस्पताल उपाधीक्षक, सभी सीएचसी और पीएचसी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सीएचओ को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं।

21 से 28 अक्टूबर तक मनाया जाएगा ” ग्लोबल आयोडिन अल्पता बचाव सप्ताह ” :
उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर के साथ- साथ अगले एक सप्ताह यानी 28 अक्टूबर तक जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वयंसेवी संस्थाओं की सहभगिता से ” आयोडिन युक्त नमक के सेवन का मानव जीवन में महत्व” विषय पर जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरुकता रैली का आयोजन, सेमिनार, परिचर्चा सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं। इसके लिए जिला मुख्यालय सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में कम से कम एक रंगीन फ्लैक्स बैनर साइज 7×5 के साथ -साथ हैंड बिल, पोस्टर आदि का भी मुद्रण कराना है। इनके माध्यम से ही जागरूकता रैली, सेमिनार के अलावा घर-घर जाकर के बीच आयोडिन के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार करना है।

ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को आयोडिन के महत्व के बारे जागरूक करेगी आशा कार्यकर्ता :
उन्होंने बताया कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता हैंड बिल, पोस्टर सहित प्रचार- प्रसार के अन्य मुद्रित माध्यम के सहयोग से घर -घर जाकर लोगों को भोजन में आयोडिन युक्त नमक का इस्तेमाल करने और मानव जीवन में आयोडिन के महत्व के बारे में भी जागरूक करने का प्रयास करेगी । इसके साथ ही वो लोगों को ये भी बताएगी कि आयोडिन की कमी से कौन-कौन से बीमारियां हो सकती हैं। इस दौरान वो गर्भवती महिलाओं को भी अपने भोजन में आयोडिन युक्त नमक का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करेगी ताकि उसके आने वाले बच्चे में आयोडिन की कमी से कोई अन्य बीमारी न हो।