– सदर प्रखंड में 13 से 18 जून और बरियारपुर प्रखण्ड में 13 जून से 15 जुलाई तक चलेगा एस.पी. छड़काव का प्रथम चक्र
– इसको ले जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने सदर प्रखंड और बरियारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जारी की चिठ्ठी
मुंगेर, 9 जून। कालाजार से बचाव के लिए आगामी 13 जून से जिला के सदर प्रखंड और बरियारपुर प्रखण्ड में एस. पी. छड़काव का पहला चरण शुरू हो रहा है। इसको ले जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ.अरविंद कुमार सिंह ने सदर प्रखंड और बरियारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को चिठ्ठी जारी की है।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सह अपर निदेशक के निर्देशानुसार दिनांक 13 जून से जिला के दो प्रखंडों सदर प्रखंड और बरियारपुर प्रखण्ड में एसपी का छिड़काव कराया जाना है। इसके लिए माइक्रो एक्शन प्लान बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि माइक्रो प्लान के अनुसार सदर प्रखंड में एक सब सेंटर और एक गांव के कुल 375 घरों में रहने वाले 1875 लोगों को कालाजार से बचाने के लिए एसपी का छिड़काव कराने का निर्णय लिया गया है। यहां 2021 में कोई केस नहीं मिला था लेकिन मई 2022 तक 1 केस मिला है। यहां 13 से 18 जून के दौरान कुल 6 दिनों में एक स्प्रे स्कवार्ड द्वारा छिड़काव किया जाएगा। इसी तरह बरियारपुर प्रखण्ड के 2 सब सेंटर और तीन गांव के कुल 2065 घरों में रहने वाले कुल 10355 लोगों को कालाजार से बचाने के लिए एसपी का छिड़काव कराने का निर्णय लिया गया है। यहां वर्ष 2021 में कालाजार के 4 मरीज मिले थे वहीं मई 2022 तक कोई मरीज नहीं मिला है। यहां 13 जून से 15 जुलाई तक कुल 32 दिनों के दौरान 1 स्प्रे स्क्वार्ड के द्वारा छिड़काव किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सदर प्रखंड के लिए 18 केजी और बरियारपुर प्रखण्ड के लिए 100 केजी एस.पी. का आवंटन किया गया है।
वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी संजय कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि एसपी छिड़काव के दौरान निम्नलिखित शर्तो का पालन किया जाना है।
– छिड़काव कार्य के लिए अग्रिम कार्य योजना की एक प्रति स्थानीय प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को दिया जाए ।
– छिड़काव कार्य संबंधित क्षेत्र के पंचायती राज के सदस्यों की देख-रेख में करायी जाय।
– छिड़काव कार्य में आशा कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए उन्हें छिड़काव से दो दिन पूर्व ग्रामवासियों को छिड़काव की सूचना देने के साथ ही पूर्ण छिड़काव कराने के लिए छिड़काव दल के साथ भ्रमण करना है।
– नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम, भारत सरकार के निर्देशानुसार इस चक्र के छिड़काव में 6 फ़ीट के छिड़काव के स्थान पर घरों, कमरा, गोशाला, रसोई घर के पूरे दि वाल पर छिड़काव किया जाना है। इस दौरान छत एवं सीलिंग पर छिड़काव नहीं किया जाना है। इसके साथ ही प्रखण्ड स्तर पर प्रति सप्ताह टास्क फोर्स कि बैठक एवं प्रतिदिन संध्याकालीन ब्रीफिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी ।