खेल विधि के जरिये लोगों को परिवार नियोजन के प्रति किया गया जागरूक

76
-जगदीशपुर प्रखंड के फुलवरिया आंगनबाड़ी केंद्र पर सास-बहू सम्मेलन आय़ोजित
-सम्मेलन में क्षेत्र की 10 जोड़ी सास-बहू को परिवार नियोजन के बताए गए फायदे
भागलपुर, 6 अप्रैल-
जगदीशपुर प्रखंड के फुलवरिया आंगनबाड़ी केंद्र पर बुधवार को सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान क्षेत्र की 10 जोड़ी सास-बहू पहुंचीं थी। इन्हें तमाम उदाहरण के जरिये परिवार नियोजन के फायदे के बारे में बताया गया। खेल विधि के जरिये रोचक तरीके से लोगों को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी गई। इसके जरिये पांच-पांच सास बहू का दो ग्रुप बना दिया गया। एक ग्रुप को पांच और दूसरे ग्रुप को दो गुब्बारा दिया गया। दोनों ही ग्रुप को गुब्बारा को उछालने के लिए कहा गया। गुब्बारा उछालने के बाद दो गुब्बारे वाले ग्रुप का गुब्बारा ज्यादा देर तक हवा में रहा, जबकि पांच गुब्बारे वाले ग्रुप का जल्दी नीचे गिर गया। इसके बाद मौके पर मौजूद एएनएम ने बताया कि देखा आपने। ज्यादा गुब्बारा रहने से वह जल्द जमीन पर गिर गया, जबकि कम गुब्बारा रहने पर ज्यादा देर तक हवा में रहा। इससे हमें यह सीख मिलती है कि छोटा परिवार रहने से ज्यादा खुशहाली रहती है, जबकि परिवार बड़ा करने पर गिरावट आती है।
अस्थाई साधनों के इस्तेमाल के बारे में बतायाः मौके पर मौजूद एएनएम बबिता कुमारी और चंद्रलेखा कुमारी ने बताया कि परिवार नियोजन को लेकर हमलोग क्षेत्र में लगातार काम कर रहे हैं। इसी सिलसिले में फुलवरिया आंगनबाड़ी केंद्र में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में आई महिलाओं को परिवार नियोजन से होने वाले फायदे के बारे में बताया गया। साथ ही परिवार नियोजन के लिए अस्थाई साधनों के इस्तेमाल के बारे में बताया गया। कंडोम, कॉपर टी, अंतरा छाया का इस्तेमाल करने के लिए हमलोगों ने बताया। इसके साथ-साथ पहला बच्चा 20 साल के बाद, दूसरा तीन साल के बाद और तीसरा बच्चा पैदा नहीं करने के लिए प्रेरित किया। दो बच्चे के बाद सभी लोगों को ऑपरेशन करा लेने के लिए कहा गया। जबकि तक ऑपरेशन नहीं करवाते हैं तब तक अस्थायी सामग्री का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया।
जागरूकता कार्यक्रम पर फोकसः जगदीशपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. आशुतोष कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन कार्य़क्रम क्षेत्र में काफी तेजी से चल रहा है। जागरूकता कार्यक्रम पर फोकस किया जा रहा है। लोग जितना जागरूक होंगे, उतना परिवार नियोजन के महत्व को समझेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को लगातार इस बारे में बताया जा रहा है। साथ ही अस्थायी सामग्री के वितरण के साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम भी चल रहा है। हमलोग इसमें लगातार बेहतर कर भी रहे हैं। उम्मीद है कि और बेहतर करेंगे।