-जच्चा और बच्चा की सेहत का रहेगा पूरा ख्याल
-पौष्टिक आहार से जच्चा-बच्चा दोनों रहेगा स्वस्थ
बांका, 13 अप्रैल-
गर्भावस्था के दौरान बहुत सी बातों का ख्याल रखना जरूरी होता है। इसमें से एक है पौष्टिक आहार का सेवन। इससे न सिर्फ मां स्वस्थ रहती है, बल्कि उसके पेट में पलने वाले बच्चे का भी स्वास्थ्य बेहतर रहता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का भरपूर सेवन करना चाहिए। दरअसल, इस दौरान महिलाओं को खुद के साथ बच्चे की भी आवश्यकता की पूर्ति करनी होती है। इसे लेकर खान-पान पर बेहतर ध्यान चाहिए। इसलिए गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ घर के अन्य सदस्यों को भी इन बातों पर ध्यान देना चाहिए, ताकि गर्भवती महिला नियमित तौर पर पौष्टिक आहार का सेवन कर सके। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि बच्चे की देखभाल की शुरुआत गर्भावस्था के दौरान से ही हो जाती है। उसी समय से गर्भवती महिला को अपना व्यवहार उस तरह से करना चाहिए, जिससे बच्चे पर कोई असर नहीं पड़े। साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए क्या करने से बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। इसके लिए खान-पान का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। गर्भवती महिलाएं जमकर पौष्टिक आहार का सेवन करें। इससे दोनों की जरूरतें पूरी होंगी।
आयरनयुक्त भोजन करें- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को भरपूर आयरन की जरूरत होती है। इसे लेकर महिलाओं को आयरन की गोली भी दी जाती है। इसके साथ ही हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज और मांस का सेवन करना चाहिए। जो लोग मांसाहार का सेवन नहीं करती हैं, उन्हें हरी पत्तेदार सब्जियां अधिक से अधिक खानी चाहिए। इससे आयरन की पूर्ति होगी।
कैल्सियम से भरपूर भोजन करें- आयरन के साथ कैल्सियम की भी जरूरत गर्भवती महिलाओं को पड़ती है। इसके लिए दूध, दही, पनीर, बादाम और अंडा का अधिक से अधिक सेवन करें। खासकर दूध औऱ अंडा का सेवन प्रतिदिन करें। इसमें भी जो महिलाएं शाकाहारी हैं और अंडा का सेवन नहीं करती हैं, वे दूध और अन्य सामग्री का जमकर भोजन में इस्तेमाल करें।
भरपूर विटामिन लें- गर्भवती महिलाओं को ही नहीं, हर किसी को भरपूर विटामिन लेने की आवश्यकता होती है, लेकिन गर्भवती महिलाओं को तो लेना ही चाहिए। इसके लिए मौसमी फल, आंवला, मांस, मछली और अंडे का सेवन भोजन के तौर पर करें। गर्भवती महिलाओं को मौसमी खट्टे फल पर जोर देना चाहिए। जो लोग मांसाहार नहीं करते हैं, उन्हें अन्य दूसरी चीजों पर ध्यान देना चाहिए।
प्रोटीन और वसा का करें भरपूर इस्तेमालः प्रोटीन का इस्तेमाल भी हर किसी को करना चाहिए, लेकिन गर्भवती महिलाएं इसका भरपूर इस्तेमाल करें। दूध और अन्य दूध के उत्पाद के अलावा नट का भी इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं वसा के लिए गर्भवती महिलाओं को मक्खन, घी तेल और मेवा का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ उसके बच्चे की भी जरूरतें पूरी होती हैं। इससे दोनों का स्वास्थ्य बेहतर होता है और प्रसव भी सामान्य तरीके से होने में मदद मिलती है।