नई दिल्ली –
लोकसभा चुनाव 2019 धीरे- धीरे नजदीक आ रहा है. इसी को देखते हुए राजनीतिक पार्टियां भी अपनी कमर लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अब कसने लगी है या फिर कहे की लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियां शुरू हो चुकी है. कहते है कि दिल्ली की सियासत का रास्ता यूपी होकर ही गुजरता है. कहावत तो ये भी है कि अगर किसी पार्टी को केंद्र में सरकार बनानी है तो उस पार्टी को यूपी में अधिक सीटे लाना जरूरी है.
इस बात को भाजपा बखूबी समझती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार अपने यूपी दौरे पर है. वहीं बात अगर प्रधानमंत्री मोदी के अगले यूपी दौरे कि की जाए तो तो मोदी 28 जुलाई यानि शनिवार को यूपी के राजधानी लखनऊ में होगे . इस दौरान वें दो दिन लखनऊ में रहेंगे. जानकारी ये भी मिल रही है कि इस दौरान यूपी को 60 हजार करोड़ रूपये की सौगात दी जा सकती है.
साथ ही प्रधानमंत्री मोदी यहां डिजिटल इंडिया परियोजना के तहत विकास परियोजनाओं को लांच करेंगे. वहीं बात अगर मोदी की करे तो पीएम मोदी यहां देश के कई बड़े उधोगपतियों की मौजूदगी में 60,146 करोड़ रूपये की 81 परियोजनाओँ की शुरूआत करेंगे. जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम में पश्चिमी यूपी को अधिक महत्व दिया जा रहै है और बताया जा रहा है कि यहां सबसे अधिक निवेश किया जाएगा. यूपी में भाजपा की सरकार है जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में आगे बढ़ रही है.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात को कहा था कि 4.2 लाख करोड़ के एमओयू को कुछ ही महीनों पहले यूपी निवेशक के शिखर सम्मेलन में अंतिम रूप दिया गया था. इसके अलावा दिल्ली से सटे यूपी के शहर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 23500 करोड़ रूपये का इनवेंस्टमेंट किया जाएगा.
वहीं बात अगर इस योजना में सबसे बड़े निवेशक की की जाए तो रिलयांस और डब्लयूसीटी 1000 करोड़ रूपये के निवश के साथ सबसे बडे निवेशक है. अब देखना होगा कि लोकसभा चुवाव 2019 के पहले इस तरह के कार्यक्रम से केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार कहां तक जनता को रिझाने में सफल हो पाती है।