– जिले के मानसी और गोगरी प्रखंड में संचालित विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का किया गया निरीक्षण
– आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वालों से बच्चों से की बातचीत और कुपोषण मुक्त समाज निर्माण को लेकर दी गई जरूरी सलाह
खगड़िया, 14 मार्च-
सोमवार को केयर इंडिया के पोषण स्टेट सलाहकार प्रभाकर सिन्हा के नेतृत्व में स्टेट टीम खगड़िया पहुँची। जहाँ स्थानीय आईसीडीएस और केयर के पदाधिकारियों के साथ जिले के मानसी और गोगरी प्रखंड अंतर्गत विभिन्न पंचायतों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले बच्चों से बातचीत कर पोषण से संबंधित आवश्यक जानकारी ली। जिसके पश्चात कुपोषण मुक्त समाज निर्माण को लेकर बच्चों के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं को भी जरूरी सलाह दी गई। साथ ही इस दौरान कुपोषण के कारणों को भी जाना गया। वहीं, पोषण के स्टेट सलाहकार ने बताया, कुपोषण मुक्त भारत निर्माण को लेकर शासन-प्रशासन गंभीर है। इसको लेकर सरकार द्वारा तमाम योजनाओं चलाई जा रही हैं। जिसके माध्यम से सामुदायिक स्तर पर लोगों को पोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए तमाम गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
– जिले में लगातार तमाम कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को किया जा रहा है जागरूक :
आईसीडीएस के जिला समन्वयक अंबुज कुमार ने बताया, कुपोषण मुक्त समाज निर्माण को लेकर नियमित तौर पर आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले बच्चों को पोषण से संबंधित आवश्यक जानकारी दी जाती है। साथ ही बच्चों को उचित पोषण मिले, इसके लिए केंद्र पर पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली पोषाहार में पौष्टिक आहार की मात्रा अधिक हो, इस बात हमेशा ख्याल रखा जाता है। इसके अलावा समय-समय पर व्यापक पैमाने पर तमाम कार्यक्रमों का आयोजन कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को उचित पोषण के प्रति जागरूक किया जाता है।
– बच्चों से लेकर हर वर्ग के लोगों को दी जाती है उचित पोषण की जानकारी :
केयर इंडिया के डीटीओ-ऑन चंदन कुमार ने बताया, कुपोषण की समस्या को पूरी तरह जड़ से मिटाने और सुपोषित समाज का निर्माण को लेकर बच्चों के साथ-साथ हर आयु वर्ग के लोगों को उचित पोषण, रहन-सहन में बदलाव समेत अन्य जानकारियाँ दी जाती हैं। जिसमें यह बताया जाता है कि कैसे बच्चे का सर्वागीण शारीरिक और मानसिक विकास होगा, युवा और बुजुर्ग कैसे स्वस्थ रहेंगे। इसके अलावा नवजात की माँ बच्चे को जन्म के बाद छः माह तक सिर्फ स्तनपान ही कराएं एवं इसके बाद ऊपरी आहार देने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी जा रही है। साथ ही बच्चे का सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास एवं धातृ महिलाओं के स्वस्थ्य शरीर निर्माण के लिए अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी भी दी जाती है।