– सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए कोरोना संक्रमण से समुदाय को रखा सुरक्षित
– स्वास्थ्य ही पहली प्राथमिकता मान सभी विभागों ने की समेकित पहल
जमुई-
आज देश में कोरोनारोधी टीकाकरण को सौ करोड़ लाभार्थियों की संख्या पूर्ण होने से जश्न जैसा माहौल है ,सच में बड़ी उपलब्धि है। सर्वविदित है जिले में कोविड-19 के प्रसार ने सबसे अंतिम में अपना प्रभाव दिखाया । इसके लिए फ्रंटलाईन वर्कर्स के अथक प्रयासों और समुदाय के हरेक सदस्यों के सूझबूझ का बड़ा योगदान रहा है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम- आंगनबाड़ी सेविकाओं जैसे फ्रंटलाईन कोरोना योद्धाओं ने बेहद ही कांटो से भरे रास्ते तय किये हैं ।
खैरा प्रखण्ड के बानपुर गाँव की आशा मिता सरकार कहती हैं लाॅकडाउन के शुरुआती दौर में हम सभी को कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षा के लिए विभागीय प्रशिक्षण मिला। उसे गांठ बांध कर हम सभी स्वास्थ्य कर्मी अपने-अपने समुदाय को कोरोना से बचाने में जुट गये । अपने परिवार और समाज के लोगों का कई स्तर पर विरोध सहना पड़ा था । लेकिन हिम्मत नहीं छोड़ी ।
इसी क्रम में महोबदिया उप-स्वास्थ्य केंद्र, चकाई प्रखण्ड में पदस्थापित एएनएम रानी कुमारी बताती
हैं मेरे द्वारा डेढ़ वर्षों में करीब 55 हजार लाभार्थियों को कोरोनारोधी टीका लगाया जा चुका है। शुरुआती दिनों में कोरोना की चर्चा पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कथित तौर पर दुर्व्यवहार भी किया गया पर धैर्य बनाये रखे। अपने वरीय पदाधिकारियों का लगातार सहयोग और परामर्श मिलता रहा है। वो शुकून भाव से कहती हैं अब लोगों में कोविड-19 को लेकर काफी जागरूकता आयी है।
वहीं लक्ष्मीपुर प्रखंड में कार्यरत सामुदायिक उत्प्रेरक गुड़िया कुमारी ने बताया स्वास्थ्य ही पहली प्राथमिकता मान सभी विभागों के कर्मियों ने कोरोना की रफ्तार को कम करने का प्रयास किया है । अभी के समय में स्वास्थ्य पर कोई भी मीटिंग हो उसमें कोरोना से बचने पर चर्चा होना अनिवार्य है ।
सिविल सर्जन डाॅ अजय कुमार भारती
ने कहा देश 100 करोड़ कोविड टीकाकरण पर गौरवान्वित है । यह हरेक स्तर पर लिए गए रणनीतिक निर्णय और फ्रंटलाईन वर्कर्स के साहसिक कदम का ही परिणाम है । इस संदर्भ में संभावित तीसरी लहर के लिए हमें और भी मुश्तैदी से कार्य करने होंगे । इसके साथ ही उन्होंने सावधानी न हटने देने ,सभी को मास्क लगाने व सामाजिक दूरी अपनाने की अपील की ।