– इस दौरान वेक्टर जनित बीमारियों से बचने के अपनाएं उपाय
मुंगेर, 12 मई-
बारिश के बाद निकलने वाली तेज धूप स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। खासकर वैसे स्थानों पर जहां बारिश की वजह से जल जमाव हो जाता है। ऐसे में लोगों के घरों के नजदीक का जलजमाव एवं तेज घूप कई प्रकार की बीमारियों को फैलने में मददगार साबित हो सकता है। इससे बचने की आवश्यकता है। बच्चों को जलजमाव वाले स्थानों पर जाने से रोकें, खासकर तेज धूप के दौरान अपने घरों के आसपास जलजमाव से बचने के लिए जल निकासी का समुचित प्रबंधन करें। कुछ जगहों पर बारिश से हुए जलजमाव कुछ अधिक दिनों तक रह जाता है। इन जगहों के आसपास जाने से बचें। बीमारी फैलने की संभावनाओं से बचने के लिए एहतियात बरतने की आवश्यकता है। थोड़ी सी लापरवाही लोगों को बीमार कर सकती है।
वेक्टर जनित बीमारियों से बचने के लिए अपनायें उपाय :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि वर्षा के बाद हुए जलजमाव से लोग ऐसी बीमारियों का शिकार हो सकते हैं जिनका कारण मच्छरों का काटना होता है। जलजमाव मच्छरों के पनपने का मुख्य कारण है। जिससे रोग फैलाने वाले कई मच्छरों को पनपने का मौका मिलता है। यही नहीं बरसात के बाद निकली तेज धूप अन्य सामान्य बीमारियों का कारण बन सकती है। जैसे- सर्दी, जुकाम आदि। ऐसे में जरूरी एहतियात अवश्य बरतें। भीगने से बचें, तेज धूप में घरों से बाहर न निकलें। यदि आवश्यक हो तो तेज धूप से बचने के उपायों को अपनायें। खासकर बच्चे इसका शिकार आसानी से हो जाते हैं। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम रहने के कारण वे आसानी से सामान्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। बरसात के बाद निकली तेज धूप से उमस पैदा होती है। उमस भी कई रोगों का कारण हो सकता है। इससे बचने के लिए घरों को हवादार रखें।
नष्ट करें मच्छरों के पनपने वाले स्थान: –
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि वेक्टर जनित रोगों से बचने के लिए आवश्यक उपाय अवश्य अपनायें। मच्छरों का प्रकोप प्रायः सुबह एवं शाम में होता है। ऐसे में इस समय पूरे शरीर को ढकने वाले कपडे़ पहनें। सोने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। मच्छर पनपने वाले स्थानों को नष्ट करें। घरों के कोनों में जहां मच्छर छिपे रह सकते हैं उन स्थानों पर मच्छरनाशक दवाओं का छिड़काव करें। घरों के आसपास गंदगी न फैलायें। पालतु जानवरों के रहने वाले स्थानों की नियमित रूप से साफ-सफाई करें। ऐसा करके न केवल आप बल्कि आपके पालतु जानवर भी बीमारियों से बचे रह सकते हैं।