मातृत्व स्वास्थ्य, परिवार नियोजन एवं आयुष्मान भारत पर कार्यशाला का आयोजन

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– जिले के निजी अस्पतालों के संचालक, चिकित्सक एवं प्रतिनिधि हुए शामिल
– सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में कार्यशाला का आयोजन

बेगूसराय, 04 जून-

मातृत्व स्वास्थ्य, परिवार नियोजन एवं आयुष्मान भारत विषय पर सिविल सर्जन कार्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसकी अध्यक्षता सिविल सर्जन डाॅ प्रमोद कुमार सिंह ने की। कार्यशाला में जिले में संचालित सभी निजी स्वास्थ्य संस्थानों (अस्पताल व क्लीनिक) के संचालक, चिकित्सक एवं प्रतिनिधि शामिल हुए। जिसमें मौजूद सभी प्रतिभागियों को मातृत्व स्वास्थ्य, परिवार नियोजन एवं आयुष्मान भारत योजना को बढ़ावा देने के लिए जरूरी जानकारी दी गई। साथ ही मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए विस्तृत चर्चा एवं रूप-रेखा तैयार की गई। इस मौके पर डीपीएम (हेल्थ) नसीम रजी, जिला शहरी स्वास्थ्य सलाहकार अभिषेक रंजन, आयुष्मान भारत के प्रभात कुमार, आईडीएसपी के के सिंह, कुणाल कुमार, डीएम&ईओ रचना कुमारी, पीसीआई से शालिनी प्रिया, केयर इंडिया के डीटीएल राकेश कुमार आदि मौजूद थे।
– प्रतिमाह समय पर जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय को उपलब्ध कराएं डेटा :
कार्यशाला के दौरान सिविल सर्जन डाॅ प्रमोद कुमार सिंह ने मौजूद सभी प्रतिभागियों से मातृत्व स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन से संबंधित सभी प्रकार के डेटा एवं रिपोर्ट हर माह समय पर जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा। ताकि संबंधित रिपोर्ट को राज्य स्वास्थ्य समिति समय पर भेजा जा सके और सरकार आवश्यकतानुसार जरूरी कदम ले सके । जिससे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ावा मिल सके। साथ ही कहा कि अस्पताल या क्लीनिक आने वाले सभी मरीजों को बेहतर और सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराएं। ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो और सभी मरीज सुविधाजनक तरीके से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकें।

– मातृत्व स्वास्थ्य, परिवार नियोजन एवं आयुष्मान भारत योजना के उद्देश्य की दी हुई जानकारी :
डीपीएम (हेल्थ) नसीम रजी ने बताया, कार्यशाला के दौरान मौजूद सभी प्रतिभागियों को मातृत्व स्वास्थ्य, परिवार नियोजन एवं आयुष्मान भारत योजना की विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें मातृत्व स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन सेवा तथा आयुष्मान भारत योजना के उद्देश्य और औचित्य की जानकारी दी गई तथा मरीजों को सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने पर बल दिया गया। इसके अलावा स्वास्थ्य से संबंधित अन्य बिंदुओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई।