राष्ट्रीय मातृत्व दिवस:  सुरक्षित मातृत्व को लेकर महिलाओं को किया गया जागरूक 

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– हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इटहरी पर सीएचओ के नेतृत्व में आयोजित किया गया जागरूकता कार्यक्रम
– 13 मार्च से 21 जून तक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सम्पूर्ण स्वास्थ्य और योग पर आयोजित किए जा रहे हैं विभिन्न कार्यक्रम
– इसको ले राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने जारी किए हैं दिशा- निर्देश
– 14 अप्रैल को मनाया जाता है हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का स्थापना दिवस
मुंगेर, 11 अप्रैल। सभी के लिए सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लक्ष्य को साकार करने में स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर प्रयासरत है। इसी क्रम में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 21 जून को होने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर जिला में 13 मार्च से 21 जून तक योग के महत्व के प्रचार- प्रसार को लेकर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही इस दौरान सम्पूर्ण स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से इस दौरान अन्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के  कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिया है। जारी पत्र में बताया गया है कि इस अवधि के दौरान प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ( स्वास्थ्य उपकेंद्र अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ) पर कम से कम 25 योग सत्र का आयोजन किया जाए। इस अवधि में प्रत्येक विकसित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 14 अप्रैल  को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर दिवस के अवसर पर योग सत्र संचालित करने का भी निर्देश दिया गया है । 18 अप्रैल से संचालित होने वाले प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला के दौरान भी योग सत्र का संचालन कराने का निर्देश दिया गया है। वहीं इन गतिविधियों से संबंधित उत्कृष्ट चित्र भी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के डीपीसी विकास कुमार ने बताया कि गतिविधियों का आयोजन सर्वभौमिक स्वास्थ्य के उद्देश्य को पूरा करने की ओर उठाया गया एक प्रभावी कदम साबित होगा और समुदाय को इससे लाभ प्राप्त होगा।
क्या है हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर:
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण स्तर पर ब्लड शुगर बीपी,एचआईवी, टीबी, कोलेस्ट्रॉल इत्यादि 30 से ज्यादा प्रकार की जांच सुविधाएं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर होती है। इसके अलावा संबंधित बीमारियों के लिए सभी प्रकार की दवाइयां भी दी जाती हैं। उन दवाओं का किस प्रकार उपयोग किया जाए इसका भी परामर्श अस्पताल में आने वाले सभी लोगों को दिया जाता है। पहले प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था। अब उसी केंद्र को ‘हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर’ के तौर पर विकसित किया गया है। इस सेंटर पर कम्‍युनिकेबल और नॉन कम्‍युनिकेबल दोनों तरह की बीमारियों का इलाज होता है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने का उद्देश्य:
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने का मुख्य उद्देश जनमानस को सौहार्दपूर्ण वातावरण में विश्वसनीय गुणवत्तापूर्ण एवं विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराना है। केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गरीब कमजोर एवं मध्यम वर्ग के लोगों को सभी तरह की स्वास्थ्य उपलब्ध कराई जाती है।  ग्रामीणों को समय रहते हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ब्लड प्रेशर, डायबिटीज व कैंसर, मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाता है। गंभीर बीमारियों का लक्षण पता चलने के बाद मरीज को जिला अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है।
प्रत्येक वर्ष 11 अप्रैल को मनाया जाता है राष्ट्रीय मातृत्व दिवस :
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इटहरी मुंगेर की सीएचओ अर्चना कुमारी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 11 अप्रैल को राष्ट्रीय मातृत्व दिवस मनाया जाता है। इसको लेकर सोमवार को यहां भी राष्ट्रीय मातृत्व दिवस पर सुरक्षित मातृत्व के लिए महिलाओं को जागरूक करने के के उद्देश्य से पोस्टर बैनर तैयार कर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें आशा कार्यकर्ता के साथ-साथ कई महिलाओं ने हिस्सा लिया।