शुरुआत में पता चलने पर किडनी की बीमारी पर हो सकता है नियंत्रण

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-इसके लिए नियमित तौर पर ब्लडप्रेशर और शुगर की जांच कराएं
-किडनी की बेहतर देखभाल कर लोग जी सकते हैं स्वस्थ्य जीवन
किडनी दिवस;
बांका, 10 मार्च
10 मार्च को हर साल विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है। इस बार का थीम किडनी हेल्थ फॉर ऑल है। किडनी की बेहतर तरीके से देखभाल हो सके, इसे लेकर तमाम तरह के जागरूकता कार्यक्रम हो रहे हैं। किडनी की बेहतर तरीके से देखभाल की जानकारी लोगों को होना जरूरी है। लोगों को जाकरूकता कार्यक्रम से जानकारी इकट्ठा कर उस पर ध्यान देने करने की जरूरत है। इसे लेकर जांच और इलाज से लेकर जो भी जरूरी बाते हैं उस पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि बेहतर जीवन जी सकें।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि किडनी की बीमारी का अगर शुरुआत में पता चल जाता है और इसे बढ़ने से रोका जा सकता है। साथ ही इसका पूरी तरीके से इलाज संभव है। इसके लिए जरूरी है कि लोग नियमित तौर पर शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहें। साथ ही खून की मात्रा और प्रोटीन की जांच के साथ खून में यूरिया व किडनी की पथरी की जांच नियमित तौर पर करवानी चाहिए। साथ ही पेशाब की मात्रा व धार की भी जांच नियमित तौर पर जरूरी है। जांच में अगर कुछ निकल कर आता है तो डॉक्टर के मुताबिक दवा का सेवन करना चाहिए। ऐसा करते रहने से हम किडनी की बेहतर तरीके से देखभाल कर सकेंगे।
शुगर के मरीज रहें संभलकरः डॉ. चौधरी कहते हैं कि शुगर के मरीजों को किडनी की बीमारी को लेकर विशेष तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। लापरवाही करने पर शुगर के मरीजों की किडनी खराब होने का खतरा ज्यादा रहता है। यदि शुगर अनियंत्रित हो जाता है तो आगे चलकर सीकेडी यानी क्रॉनिक किडनी डिजीज का शिकार हो जाता है। इससे आगे चलकर दोनों किडनी खराब होने की आशंका रहती है। इसलिए शुगर के मरीज नियमित तौर पर ब्लडप्रेशर और शुगर की जांच कराते रहें। 35 साल से अधिक उम्र होने पर तो जरूर नियमित तौर पर जांच कराते रहें।
कोरोना काल में बेहतर देखभाल करने की जरूरतः वैसे तो हमेशा लोगों को किडनी के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है, लेकिन कोरोना काल में इस पर खास ध्यान की जरूरत है। डॉ चौधरी कहते हैं कि कोरोना की तीनों लहर में देखा गया कि किडनी के मरीज अगर संक्रमित हुए तो उन्हें परेशानी ज्यादा हुई। गंभीर स्थिति होने पर अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। इसलिए जो लोग किडनी के बीमार हैं, उन्हें कोरोना को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना की सभी गाइडलाइन का पालन करने की जरूरत है, ताकि किडनी के मरीज कोरोना की चपेट में जल्द नहीं आ सकें।
नियमित तौर पर करें व्यायामः डॉ. चौधरी कहते हैं कि बार-बार पेशाब होना या पेशान में खून आना या फिर जलन की समस्या हो तो सतर्क रहने की जरूरत है। इसके अलावा जल्दी थक जाना, पैरों व आंखों में सूजन आना , ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होना और पेशाब की मात्रा में कमी आने की शिकायत हो तो भी सतर्क हो जाएं। इससे बचने के लिए नियमित तौर पर व्यायाम करें। खूब पानी पीएं। रोजाना तीन से चार लीटर पानी पीएं। धूम्रपान, शराब या किसी भी तरह के नशे से दूरी बनाकर रहें। फास्ट फूड से भी बचें। खाने में नमक का कम सेवन करें। दर्द की गोलियों का सेवन अनावश्यक तौर पर नहीं करें। डॉक्टर अगर दर्द की गोली खाने की सलाह दे, तभी उसका सेवन करें। इन सावधानियों को अगर हम अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेते हैं तो किडनी की बेहतर तरीके से देखभाल कर सकते हैं।