– ठंड के मौसम में कंगारू मदर केयर को अपनाना बेहद जरूरी
– शिशु को माँ के सीने से चिपकाने से शिशु में होती है गर्माहट
– माँ की धड़कन सुनकर शिशु को राहत का होता है एहसास, मिलता है आराम
लखीसराय, 07 दिसंबर।
समय के पूर्व जन्म लेने वाले शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए कंगारू मदर केयर का पालन बहुत जरूरी है। दरअसल, समय से पूर्व जन्म लेने वाले शिशु का ना सिर्फ वजन कम होता है बल्कि, ऐसे शिशु जन्म लेने बाद भी कई तरह की समस्याओं से घिर जाते हैं। ऐसे शिशु के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए विशेष ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए कंगारू मदर केयर तरीके को अपनाना सबसे आसान एवं बेहतर उपाय है। इस उपाय को अपनाने से ना सिर्फ शिशु स्वस्थ होता है बल्कि, शारीरिक और मानसिक रूप से भी मजबूत होता है।
– बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास का होता है निर्माण :
सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, कंगारू मदर केयर बच्चों में मानसिक एवं शारीरिक विकास के निर्माण करने में काफी सहयोग करता है। बच्चा जब अपने माँ के नजदीक रहता है तो माँ और बच्चे के बीच भावनात्मक रिश्ता मजबूत होता है। यह बिना खर्च का सबसे अच्छा उपाय है।
– क्या है कंगारू मदर केयर, इसका उपयोग किस तरह होता है :
कंगारू मदर केयर एक ऐसा उपाय है, जो कम वजन के साथ जन्म लेने वाले शिशु के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए अपनाया जाता है। इससे शिशु का वजन बढ़ता है। स्तनपान बेहतर होता है। बच्चे का तापमान सही रहता है और वह इन्फेक्शन से दूर रहता है। बच्चे और माँ के बीच रिश्ता मजबूत होता है। इसमें माँ का सीने पर सीधी पोजिशन में शिशु को चिपकाकर रखा जाता है। इस स्थिति में माँ की छाती पूरी तरह खुली होनी चाहिए। जिससे माँ की शरीर की गर्माहट आसानी से और जल्दी शिशु में स्थानांतरित हो सके। इससे शिशु का तापमान सही रहता है। कंगारू मदर केयर माँ के अलावा पिता व परिवार के अन्य सदस्य भी दे सकते है। सिर्फ इस दौरान इस बात का ख्याल रखना है कि शिशु को कंगारू मदर केयर का सुविधा देने वाले स्वस्थ हों।
– ठंड के मौसम में कंगारू मदर केयर बेहद जरूरी :
ठंड के मौसम में तो कंगारू मदर केयर की महत्ता और बढ़ जाती है। इस उपाय का पालन करने से नवजात के परिजन कई तरह की परेशानियाँ से दूर रहते हैं। साथ ही बच्चे का लालन-पालन में किसी प्रकार की परेशानियाँ का सामना नहीं करना पड़ता है। दरअसल, ठंड के मौसम में नवजात को हाइपोथर्मिया का खतरा अधिक रहता है। किन्तु, कंगारू मदर केयर का पालन कर इन परेशानियाँ से भी दूर रखा जा सकता है।