-500 लोगों ने मेला में करवाई अपनी स्वास्थ्य जांच व इलाज
-बिहार सरकार के मंत्री जयंत राज ने किया मेले का उद्घाटन
बांका, 21 अप्रैल-
अमरपुर रेफरल अस्पताल में गुरुवार को स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया। उद्घाटन बिहार सरकार के मंत्री जयंतराज कुशवाहा ने किया। इस दौरान उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से स्वास्थ्य मेला का लाभ उठाने की अपील की। मंत्री ने मेला में लगे सभी स्टॉल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि इस तरह का आयोजन लोगों में जागरूकता लाने के लिए किया जाता है, ताकि लोग यह जान सकें कि स्वास्थ्य विभाग लोगों के लिए कितनी सुविधाएं दे रहा है। इसका लोग लाभ उठाएं। मेला में लगभग सभी तरह की बीमारियों से संबंधित जांच और इलाज के लिए काउंटर बनाए गए थे। जहां पर की लोगों ने अपनी स्वास्थ्य जांच और इलाज करवाया। कुल 500 लोगों ने मेले में स्वास्थ्य लाभ उठाया। मेला में आने वाले लोगों का पहले रजिस्ट्रेशन किया गया। इसके बाद जांच और जरूरत पड़ने पर इलाज और दवा भी दी गई।
रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि मेला को लेकर तैयारी काफी पहले से चल रही थी। लोगों के जरिये इसका प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा था। स्वास्थ्य मेला का लाभ अधिक से अघिक लोग ले सकें, इसे लेकर काफी प्रयास किए गए थे। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को इसकी जानकारी दे रही थीं। इसी का परिणाम रहा कि इतनी संख्या में लोग अपना इलाज करवाने के लिए आए। लगभग हर तरह की बीमारियों के इलाज के लिए स्टॉल लगाए हुए थे। लोगों की जांच के बाद जरूरत पड़ने पर इलाज किया जा रहा था और दवा भी दी जा रही थी। मेला के दौरान लोगों की बीपी से लेकर ब्लड जांच तक की गई। आयुष्मान कार्ड बनाया गया तो टेलीकंसल्टेशन के जरिये भी लोगों को स्वास्थ्य को लेकर सलाह दी गई। टीबी की स्क्रीनिंग को लेकर लोगों के सैंपल लिए गए। जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद उनलोगों को भी जरूरत के हिसाब से सलाह दी जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर इलाज भी किया जाएगा।
परिवार नियोजन के स्टॉल पर उमड़े लोगः स्वास्थ्य मेला के दौरान परिवार नियोजन का काउंटर आकर्षण का केंद्र रहा। इस स्टॉल पर लोगों को अस्थाई सामग्री के वितरण के साथ-साथ परिवार नियोजन को लेकर काउंसिलिंग भी की जा रही थी। लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जा रहा था। इसके लिए अस्थायी संसाधनों के इस्तेमाल पर लोगों को प्रोत्साहित भी किया गया। इसके अलावा मेला में पोषण स्टॉल पर भी अच्छी खासी भीड़ देखी गई। लोग महिलाओं और बच्चों से संबंधित पोषण के बारे में जानकारी ले रहे थे। पोषण स्टॉल पर लोगों को बच्चों के सही पोषण के बारे में बताया जा रहा था। खासकर नवजात को छह माह तक मां के दूध का ही सेवन करने की सलाह दी जा रही थी। इसके अलावा गर्भवती और धातृ महिलाओं को अधिक से अधिक प्रोटीन लेने की सलाह दी जा रही थी।