एसजेएमसी में डिजिटल शिक्षा और सामग्री विकास पर राष्ट्रीय कार्यशाला सम्पन्न

105
-प्रतिभागियों को मिला प्रमाण पत्र
-इस तरह की कार्यशाला आगे भी होना चाहिए
-प्रतिभागियों को दो दिन लगे कम
पटना:
पत्रकारिता और जनसंचार स्कूल (एसजेएमसी), आर्यभट्ट नॉलेज में ‘डिजिटल एजुकेशन: मल्टीमीडिया कंटेंट डेवलपमेंट एंड डिलीवरी’ नामक नए और अभिनव डिजिटल मीडिया पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आज भी जारी रही। पटना स्थित विश्वविद्यालय में कार्यशाला का आयोजन कंसोर्टियम फॉर एजुकेशनल कम्युनिकेशन (सीईसी), नई दिल्ली के सहयोग से हुआ । सीईसी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का एक स्वायत्त संगठन है जो संचार के विभिन्न आईसीटी मोड के माध्यम से शैक्षिक सामग्री के प्रसार के लिए जिम्मेदार है।
ऑडियो-विजुअल संचार समझ को बढ़ाते है
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. इफ्तेकर अहमद, निदेशक, एसजेएमसी, एकेयू द्वारा डिजिटल शिक्षा में ऑडियो-विजुअल संचार को बढ़ाने पर आयोजित कार्यशाला की कार्यवाही की प्रस्तुति के साथ हुई। प्रो. तेजिंदरपाल सिंह, पीयू, चंडीगढ़ ने प्रतिभागियों को डिजिटल शिक्षा और शिक्षाशास्त्र पर विस्तार से बताया। उन्होंने ई-कंटेंट डेवलपमेंट एंड क्रिएशन के बारे में बात की।  प्रो. एस.के. भौमिक, निदेशक, पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स ने समापन सत्र में एकेयू की स्थापना और इस कार्यशाला की उपयोगिता के बारे में बात करते हुए संबोधित किया।
कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर हुआ
श्री असंगबा चुबा एओ, सचिव, शिक्षा विभाग, एसडी, सरकार बिहार सरकार ने कार्यशाला के सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र  प्रदान किया।
कार्यक्रम का संचालन एसजेएमसी की समन्वयक डॉ मनीषा प्रकाश ने किया। कार्यक्रम में यहाँ के बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। विभाग के शिक्षक डॉ. अजय कुमार सिंह, डॉ. अमित कुमार और डॉ. अफ़ाक हैदर पूरी सक्रियता के साथ बच्चों का हौसला बढ़ाते दिखें।