-बचाव के लिए सभी लोगों का टीकाकरण जरूरी
-बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक समझें अपनी जिम्मेदारी
बांका, 10 मई –
कोरोना की तीसरी लहर खत्म हुए काफी दिन हो गए हैं। हाल-फिलहाल में जिले में संक्रमित मरीज भी नहीं मिले हैं। इसके बावजूद लोगों में चौथी लहर को लेकर सुगबुगाहट चल रही है। दूसरे राज्यों में कोरोना के नए केस मिलने के कारण लोगों के मन में आशंकाएं घर कर रही हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी लोग हैं जो पूरी तरह से बेपरवाह बने हुए हैं। उन्हें ऐसा लग रहा है कि कोरोना हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। ऐसी सोच से बचने की जरूरत है। कोरोना की चौथी लहर आए अथवा नहीं आए, लेकिन सतर्कता बहुत जरूरी है।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि हर वक्त कोरोना के बारे में ही सोचना भी ठीक नहीं है। हां, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। कोरोना हो या कोई और बीमारी सतर्कता बहुत जरूरी है। साथ ही कोरोना का टीका अवश्य लगवाएं। लोगों को टीके की सभी डोज ले लेनी चाहिए। अगर लोग टीके की सभी डोज ले लेंगे और सावधान भी रहेंगे तो ऐसे लोग कोरोना की चौथी लहर से बचे रहेंगे। अगर चपेट में आ भी गए तो आसानी से उबर जाएंगे। इसलिए टीका लेना नहीं भूलें। टीकाकरण लगातार जारी है। खुद तो टीका ले हीं, साथ में जिनलोगों ने अभी तक टीका नहीं लिया है, उन्हें भी टीका लेने के लिए प्रेरित करें।
कोरोना गाइडलाइन का करें पालनः डॉ. चौधरी कहते हैं कि कोरोना की गाइडलाइन का पालन लगातार करते रहना चाहिए। यह अच्छी बात है कि बहुत सारे लोगों को कोरोना के बाद से मास्क पहनने की आदत सी लग गई है। साथ में सामाजिक दूरी का भी पालन करें। साफ-सफाई का ध्यान दें। हाथ धोने का अभ्यास जारी रखें। ये तरीके आपको न सिर्फ कोरोना से बचाएंगे, बल्कि अन्य बीमारियों से भी आपका बचाव करेगा। इसके अलावा योग या व्यायाम भी करें। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी, जिससे आप किसी भी तरह की बीमारियों से लड़ने में सक्षम होंगे। ऐसा करते रहने से आप तो बचेंगे ही, साथ में आपके घर के सदस्य या फिर साथ रहने वाले मित्र या अन्य लोग भी बचे रहेंगे।
बीमार औऱ बुजुर्ग नहीं करें लापरवाहीः डॉ. चौधरी कहते हैं कि कोरोना को लेकर बीमार और बुजुर्ग लोग नहीं करें लापरवाही। ऐसे लोगों के लिए कोरोना टीके की तीसरी डोज भी काफी दिनों से लग रही है। जो लोग गए हैं, वे जल्द से जल्द लगवा लें। बीमार और बुजुर्ग लोगों को कोरोना होने पर उससे उबरने में ज्यादा परेशानी होती है। हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि जो स्वस्थ्य लोग हैं, वह लापरवाही करें। सतर्कता सभी को अपनानी है, लेकिन बीमार और बुजुर्ग लोगों को थोड़ा विशेष ध्यान देने की जरूरत है। चूंकि कोरोना एक संक्रामक रोग है, इसलिए इसे आने ही नहीं देना है। अगर किसी एक को हो गया तो उससे कई लोगों में इसका प्रसार हो सकता है। यही कारण है कि हमेशा बचाव पर ध्यान देना चाहिए।