कोरोना टीकाकरण को लेकर आज चलेगा अभियान

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-जिले में टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाने के लिए चलाया जाएगा अभियान
-अभियान के दौरान दो लाख लोगों को कोरोना का टीका देने का है लक्ष्य
भागलपुर, 17 दिसंबर।
कोरोना टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने को लेकर शनिवार को जिले में एक बार फिर से अभियान चलाया जाएगा। इसे लेकर जिले में सैकड़ों केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर कि दो लाख लोगों को कोरोना का टीका देने का लक्ष्य रखा गया है। जिले में कोरोना टीका की पहली डोज लेने वालों की संख्या अच्छी-खासी है, इसलिए इस बार भी टीका की दूसरी डोज पर फोकस किया जाएगा। हालांकि इसके साथ ही जिनलोगों ने अभी तक टीका की एक भी डोज नहीं ली है, उन्हें भी टीका दिया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि शनिवार को एक बार फिर से अभियान चलाया जाएगा। इसे लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति कर दी गई है। डेटा ऑपरेटर से लेकर एएनएम को समय से थोड़ा पहले आने के लिए कहा गया है, ताकि टीकाकरण समय से शुरू हो सके। दिनभर जिले के सभी टीकाकरण केंद्रों की निगरानी भी की जाएगी। अभियान के दौरान कोरोना टीका की दूसरी डोज पर फोकस किया जाएगा, इसलिए जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों को ड्यू लिस्ट भेज दी गई है। साथ ही अब तक टीका से वंचित रहे लोगों की सूची भेज दी गई है।
565 मोबाइल टीम रहेगी सक्रियः शनिवार को जिले में टीकाकरण अभियान के दौरान 565 बाइक टीम सक्रिय रहेगी। इसके अलावा टीका एक्सप्रेस को भी टीकाकरण अभियान में लगाया जाएगा। गांव-गांव, घर-घर और मोहल्लों और चौराहों पर जाकर लोगों का टीकाकरण किया जएगा। जिले के सभी लोगों का जल्द से जल्द टीकाकऱण हो जाए, इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग सक्रिय है। यही वजह है कि लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं और इतने बड़े पैमाने पर टीकाकरण को लेकर व्यवस्था की गई है। अभियान के दौरान जिला प्रतिरक्षण कार्यालय टीका की व्यवस्था पर नजर रखेगा। जहां भी जरूरत होगी, वहां आपूर्ति की जाएगी।
बाहर से आने वालों की जांच जारी: एक तरफ जिले के सभी लोगों को कोरोना का जल्द से जल्द टीका देने के लिए अभियान चलाया जा रहा है तो दूसरी तरफ बाहर से आने वाले लोगों की जांच जारी है। जिला स्वास्थ्य समिति के पास एक सूची है, जिसके अनुसार बाहर से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है। लोगों को कॉल कर कोरोना जांच के लिए बुलाया जा रहा है। साथ ही जांच टीम भेजने की भी व्यवस्था है। जो लोग जांच कराने के नाम पर कतराते हैं, उन्हें भी समझाकर जांच के लिए तैयार कर लिया जाता है।