नियमित टीकाकरण • जिले के  आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाएं और बच्चों को लगाया गया टीका 

114
– सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए संस्थागत प्रसव को लेकर किया गया जागरूक
– गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी, इसलिए जरूर कराएं टीकाकरण
खगड़िया, 03 जून-
शुक्रवार के जिले के विभिन्न प्रखंडों में संचालित आंगन बाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण (आर आई) शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण किया गया। यह टीकाकरण संबंधित आंगन बाड़ी केंद्र की सेविका और स्थानीय आशा कार्यकर्ता के सहयोग से संबंधित क्षेत्र की एएनएम द्वारा किया गया। इस दौरान टीकाकरण के लिए आई गर्भवती महिलाओं को जरूरी सलाह दी गई और गर्भावस्था के दौरान खानपान, रहन-सहन, व्यक्तिगत  साफ-सफाई समेत गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सतर्कता सहित अन्य आवश्यक जानकारी भी दी गई। साथ ही धातृ महिलाओं को बच्चों के स्वास्थ्य और मजबूत शरीर निर्माण के लिए नियमित टीकाकरण कितना जरूरी है, नियमित टीकाकरण कराने से होने वाले फायदे समेत अन्य आवश्यक जानकारियाँ दी गई।
– विभिन्न प्रकार के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवनंदन पासवान ने बताया, विभिन्न प्रकार की  गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है। इसलिए, मैं जिले की  तमाम गर्भवती महिलाओं  से  और 0 से 02 आयु वर्ग के बच्चों के अभिभावकों से अपील करता हूँ कि अपने बच्चों का निश्चित रूप से बेहिचक टीकाकरण कराएं। इससे ना केवल गंभीर बीमारी से बचाव होगा, बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा भी मिलेगा तथा बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होगा। वहीं, उन्होंने बताया, शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेएई (जापानी बुखार) के  टीके लगाए जाते हैं। जबकि, गर्भवती महिलाओं को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहती है।
– स्वच्छता पर दिया गया बल :
आईसीडीएस के जिला समन्वयक अंबुज कुमार ने बताया, नियमित टीकाकरण के दौरान स्वच्छता पर भी बल दिया गया। इसको लेकर गर्भवती महिलाओं को व्यक्तिगत साफ-सफाई समेत आसपास के परिसर में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने को कहा गया। ताकि किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानी नहीं हों। वहीं, उन्होंने बताया, नियमित टीकाकरण का सप्ताह में दो दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आयोजन किया जाता है। प्रत्येक सप्ताह के बुधवार और शुक्रवार को टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
– संस्थागत प्रसव को लेकर किया गया जागरूक :
टीकाकरण के दौरान मौजूद गर्भवती महिलाओं को सामान्य और सुरक्षित प्रसव के लिए संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता देने के लिए जागरूक किया गया। साथ ही सरकारी अस्पतालों में सुरक्षित प्रसव के उपलब्ध समुचित व्यवस्था की भी जानकारी दी गई। जिसके दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा केंद्र पर मौजूद गर्भवती महिलाओं को बताया गया कि सुरक्षित प्रसव के प्रसव पूर्व जाँच कराना जरूरी है। सरकार द्वारा जाँच के लिए पीएचसी स्तर पर मुफ्त व्यवस्था की गई। ताकि हर गर्भवती महिला आसानी से जाँच करा सके । हर माह 09 तारीख को पीएचसी में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती की जाँच की जाती है और चिकित्सकों द्वारा आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिया जाता है।