आज से शुरू हो रहा परिवार नियोजन पखवाड़ा, 31 जनवरी तक चलेगा
सिविल सर्जन ने ऑनलाइन दिए निर्देश
भागलपुर, 13 जनवरी
गुरुवार 14 जनवरी से 31 जनवरी तक परिवार नियोजन पखवाड़ा मनाया जाएगा. इसे लेकर सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार सिंह ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों के साथ बुधवार को ऑनलाइन बैठक की. इस दौरान डीपीएम डॉ. फैजान अशर्फी, आईसीडीएस के अधिकारी और केयर इंडिया के प्रतिनिधि भी मौजूद थे. बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने सभी प्रभारियों को परिवार नियोजन पखवाड़ा को सफल बनाने का निर्देश दिया. इस दौरान सभी प्रभारियों को क्षेत्र के हिसाब से लक्ष्य भी दिया गया. साथ ही इस दौरान अपने अपने क्षेत्र में सास- बहू सम्मेलन भी करवाने का निर्देश दिया गया.
पखवाड़ा को सफल बनाने को चार भागों में बांटा गया:
बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने बताया कि परिवार नियोजन पखवाड़ा को चार भागों में बांटा गया है. पहला भाग 9 से 13 जनवरी तक थी जिसमें योजना बनानी थी. यह काल अब पूरा हो गया. अब दूसरा चरण 14 से 20 जनवरी तक है, जिसमें दंपत्ति से संपर्क करना है और तीसरा चरण 21 से 31 जनवरी तक है जिसमें कि बंध्याकरण करना है. इसके बाद आखिरी चरण में इसकी रिपोर्टिंग करनी है.
सभी प्रखंडों में लगेगा मेला: बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को मेला लगाने का निर्देश दिया. जिसमें एक स्टॉल फैमिली प्लानिंग कॉर्नर का रहेगा. जिस पर आने वाले दंपतियों की काउंसलिंग की जाएगी और उन्हें परिवार नियोजन की सलाह दी जाएगी.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कराएगा माइकिंग: बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने सभी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में धीमी गति के वाहनों से माइकिंग कराने का निर्देश दिया, ताकि सभी लोग परिवार नियोजन पखवाड़ा के बारे में जान सकें.
सुल्तानगंज में भी हुई बैठक: परिवार नियोजन पखवाड़ा की तैयारी को लेकर सुल्तानगंज प्रखंड में भी वीडियो प्रभात रंजन सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस दौरान प्रभारी डॉ. उषा भी मौजूद थी. इस दौरान सभी स्वास्थ्यकर्मियों को परिवार नियोजन पखवाड़ा को सफल बनाने के लिए जोर-शोर से लग जाने के लिए कहा गया.
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन,-
– एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
– सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
– अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
– आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
– छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।