नईदिल्ली-
भारतीय जनता पार्टी के चुनावी रणनीतिकार और स्टार प्रचारक अमित शाह दिन-रात संगठन को मजबूत करने की दिशा में प्रयासरत रहते हैं। मोदी-शाह की जादूगरी का ही कमाल है कि भाजपा आज शून्य से शिखर तक का सफर तय कर पाई है। चुनावी रणक्षेत्र में शाह को मात देना असंभव है। इसी दिशा में शाह की कोशिशों का नतीजा है कि उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली नेता दारा सिंह चौहान एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश में सरकार या संगठन से नाखुश लोगों को मानने का जिम्मा अब अमित शाह ने अपने हाथों में लिया है इसके चलते पूर्व में दारा सिंह चौहान जो भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। अब भारतीय राजनीति के चाणक्य शाह की रणनीतियों से प्रेरित होकर शनिवार को समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका दे दिया। उन्होंने सपा के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है और वापस भाजपा का दामन थाम लिया है।
इस घटना क्रम को अमित शाह की 2024 की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है, अब देखना यह है कि हर बार की तरह इस बार भी शाह का यह कदम सफल साबित होगा या नहीं ये देखने वाली बात होगी।
भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह ने हमेशा पार्टी की नींव को मजबूत करने का काम किया है। किसी भी चुनाव में कमल को खिलाने के लिए तत्पर अमित शाह के प्रयासों का नतीजा है कि लोग भाजपा को छोड़ते नहीं हैं, बल्कि शामिल होते हैं। पिछले 9 साल के भारतीय राजनीति का सफर देखा जाए तो शाह की रणनीतियों की वजह से दूसरे पार्टियों के सांसद और विधायकों ने भाजपा का दामन ही थामा है। पिछड़े वर्गों, गरीबों और किसानों के कल्याण में जुटे मोदी-शाह की जोड़ी का असर है कि बड़े-से-बड़े दिग्गज नेता अपनी पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में दारा सिंह चौहान कैबिनेट मंत्री रह चुके थे। राजनीतिक गलियारों के जानकारों की मानें तो दारा सिंह, चौहान समाज के बड़े नेता है। उनका असर मऊ समेत 20 जिलों में है। ऐसे में भाजपा में उनका आना, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फायदेमंद साबित हो सकता है। भारतीय राजनीति की दशा और दिशा को बदल कर रख देने वाले शाह की रणनीतियों के मद्देनजर यह कहा जा सकता है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत और मोदी जी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना सुनिश्चित है।