फाइलेरिया उन्मूलन • जिले में लोगों को जागरूक करने के लिए चल रहे दो दिवसीय नुक्कड़ नाटक का हुआ समापन

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– स्वास्थ्य विभाग एवं सीफार के संयुक्त तत्वावधान में नुक्कड़ नाटक के तहत फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों को किया गया जागरूक
– 11 से 18 मई तक जिले के सभी प्रखंडों में चलेगा नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम, सामुदायिक स्तर पर लोगों का लिया जाएगा सैंपल
लखीसराय, 06 मई।
फाइलेरिया मुक्त प्रदेश निर्माण को लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर और सजग है। जिसके सार्थक रूप देने के लिए सरकार एवं प्रशासनिक स्तर से हर जरूरी निर्णय भी लिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं सीफार (सेंटर फाॅर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च) स्वास्थ्य संगठन के संयुक्त तत्वावधान में गुरूवार से जिले में शुरू हुए दो दिवसीय नुक्कड़ नाटक प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हो गया। इस दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों में पूर्व से चयनित और चिह्नित जगहों पर पटना से आई कला जागरण टीम के सदस्यों द्वारा स्वास्थ्य विभाग एवं सीफार के स्थानीय पदाधिकारियों एवं कर्मियों के सहयोग से नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से मुख्य कलाकर अरविंद कुमार के नेतृत्व में कलाकारों की टीम के द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक किया गया। साथ ही जिले में शुरू होने वाले नाइट ब्लड सर्वे (रात्रि रक्तपट्ट संग्रह) कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रेरित किया गया। वहीं, सभी जगहों पर आयोजित नुक्कड़ नाटक में लोगों की अच्छी उपस्थिति देखी गई एवं सभी सामुदायिक लोगों ने उक्त कार्यक्रम के उद्देश्य एवं महत्व को उत्साह से जाना।
– 11 से 18 मई तक जिले में चलेगा नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम, सामुदायिक स्तर पर लोगों का लिया जाएगा सैंपल :
पूरे कार्यक्रम का लीड कर सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है।  इसे सुनिश्चित करने को लेकर तमाम गतिविधियों का आयोजन कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिसके दौरान लोगों को फाइलेरिया के कारण, लक्षण एवं इससे बचाव और उपचार की जानकारी दी जा रही है। इसी कड़ी में जिले में 11 से 18 मई तक आयोजित होने वाले नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम की सफलता को लेकर दो दिवसीय नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से सामुदायिक स्तर पर लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक किया गया एवं जाँच कराने के लिए प्रेरित किया गया। वहीं, उन्होंने बताया, रात के 08 बजे से 12 बजे के बीच इस बीमारी जाँच करने के लिए सबसे उपयुक्त समय है। दरअसल, इस दौरान कीटाणु सक्रिय होता है। जिसके कारण आसानी के साथ शुरुआती दौर में बीमारी की सही जाँच संभव है। इसी उद्देश्य से नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम का निर्णय लिया गया। वहीं, उन्होंने बताया, जिले में शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम की सफलता को लेकर गुरुवार को एसीएमओ कार्यालय में सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी की अध्यक्षता में फाइलेरिया प्रभावित एरिया के सभी एलटी को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम के दौरान संबंधित मरीजों का ब्लड लेने समेत सैंपलिंग के दौरान बरती जाने वाली सतर्कता व सावधानी सहित अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। इस मौके पर भीडीओ भगवान दास, गौतम प्रसाद, कंस्टलटेट नरेंद्र कुमार, भीबीडीएस दिलीप कुमार मालाकार, केयर इंडिया के डीपीओ कृष्ण कुमार भारती आदि मौजूद थे।
– जिले में आठ जगहों पर नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतिकरण कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को किया गया जागरूक :
जिले में आठ जगहों पर नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतिकरण कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए जागरूक किया गया। जिसमें गुरुवार को बरियारपुर पुस्तकालय सूर्यगढ़ा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सैदपुरा पिपरिया, अशोक धाम रजौनी चौकी (लखीसराय) एवं मध्य विद्यालय पतनेर में नाटक का प्रस्तुतिकरण कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक किया गया। जबकि, शुक्रवार को हलसी बाजार, औरे कचहरी रामगढ़ चौक, गढ टोला बड़हिया एवं इंदुपुर में नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। बता दें कि यह सभी एरिया फाइलेरिया प्रभावित है।  उक्त सभी क्षेत्रों में नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम का आयोजन होना है।