– घर-घर जाकर पात्र व्यक्तियों को दवाई का कराया जाएगा सेवन
– आशा कार्यकर्ता द्वारा पात्र व्यक्ति को सामने में खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा
लखीसराय, 07 जून।
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए अगले माह 07 जुलाई से एमडीए अभियान चलेगा। जिसके माध्यम से गठित स्वास्थ्य टीम द्वारा घर-घर जाकर सभी पात्र (योग्य) व्यक्तियों को दवाई का सेवन कराया जाएगा। साथ ही इस दौरान फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों को जरूरी और आवश्यक सलाह दी जाएगी तथा जागरूक भी किया जाएगा। इसे सुनिश्चित करने को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिसमें अभियान का शुभारंभ होने के पूर्व सारी जरूरी तैयारियाँ पूरी कर लेने को कहा है। ताकि हर हाल में निर्धारित समय पर अभियान का शुभारंभ हो सके और सफलतापूर्वक समापन सुनिश्चित हो सके।
– गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के अलावा दो वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को नहीं खिलाई जाएगी दवा :
सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया, अभियान के दौरान घर-घर जाकर लोगों को एलबेंडाजोल और डीईसी की दवाएं पात्र व्यक्तियों को खिलाई जाएगी। उक्त दवा गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के अलावा दो वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को छोड़कर शेष सभी लोगों को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा खिलाई जाएगी। साथ ही इस बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए जागरूक किया जाएगा । ताकि उक्त अभियान का सफलतापूर्वक समापन एवं बीमारी पर रोकथाम संभव हो सके। वहीं, उन्होंने बताया, इस बीमारी से बचाव के लिए दवाई के साथ-साथ एहतियात भी जरूरी है। इसलिए, अभियान के दौरान योग्य व्यक्तियों को दवाई तो खिलाई ही जाएगी। इसके अलावा इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को आवश्यक जानकारी भी दी जाएगी। जैसे कि, घर के आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें एवं घरों में सोने से पहले मच्छरदानी का उपयोग करें। साथ ही अन्य लोगों को दवा सेवन के प्रति जागरूक भी करें, ताकि फाइलेरिया जैसी बीमारी जड़ से समाप्त हो सके। इस बीमारी को पूरी तरह से मिटाने के लिए जागरूकता भी बेहद जरूरी है।
– अभियान के दौरान परिवार के सदस्यों के विवरण की भी ली जाएगी जानकारी :
वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया, अभियान के दौरान प्रत्येक परिवार के सदस्यों के विवरण की भी जानकारी ली जाएगी। जैसे, परिवार में कुल कितने सदस्य हैं। सभी का नाम, उम्र समेत अन्य जानकारी प्राप्त पंजी में पूरा डिटेल दर्ज किया जाएगा। साथ ही दो वर्ष से छोटे बच्चे, गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति एवं गर्भवती व एक सप्ताह पूर्व माँ बनी महिलाओं का भी विवरण लेकर अलग पंजी में दर्ज किया जाएगा। ताकि हमें इस रिकॉर्ड बुक से आगे के अभियान में सहयता मिल सके ।
– फाइलेरिया क्या है ?
– फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।
– किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है।
– फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाईड्रोसील (अण्डकोष में सूजन) है।
– किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।
– इन बातों का रखें ख्याल :
– भूखे पेट दवा नहीं खिलानी है।
– किसी के बदले किसी अन्य को दवा ना दें और स्वास्थ्य कर्मी के सामने दवा खाएं।
– गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलानी है।
– 02 वर्षछोटे बच्चे को दवा नहीं खिलानी है।
– गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को भी दवा नहीं खिलानी है।