फाइलेरिया और कालाजार उन्मूलन:बचाव के लिए लोगों को किया जागरूक

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– स्वास्थ्य विभाग एवं केयर इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से गोगरी प्रखंड के कुंदी गाँव में किया गया जागरूक
– फाइलेरिया और कालाजार के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की भी दी गई जानकारी

खगड़िया, 19 अक्टूबर

जिले के गोगरी प्रखंड अंतर्गत कुंदी गाँव में फाइलेरिया एवं कालाजार उन्मूलन को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। यह अभियान स्वास्थ्य विभाग एवं केयर इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया। जिसके दौरान उपरोक्त दोनों बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को विस्तृत जानकारी दी गई और फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिले में चल रहे एमडीए अभियान के तहत इससे स्थाई निजात के लिए दवाई का सेवन करने के लिए प्रेरित किया गया। ताकि एमडीए अभियान की रफ्तार को गति मिल सके एवं अभियान सफल हो सके। साथ ही दोनों बीमारियों से लोग सुरक्षित हो सकें। जागरूकता टीम में डीएमओ डाॅ विजय कुमार, डीभीबीडीसीओ बबलू सहनी, केयर इंडिया के डीपीओ-भीएल कृष्णा कुमार भारती, भीबीडीसी रघुनायक कुमार, केयर इंडिया के प्रखंड समन्वयक श्रवण कुमार आदि मौजूद थे।

– फाइलेरिया और कालाजार के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की भी दी गई जानकारी :
डीएमओ डाॅ विजय कुमार एवं केयर इंडिया के डीपीओ-भीएल कृष्णा कुमार भारती ने बताया, जागरूकता अभियान के दौरान फाइलेरिया एवं कालाजार के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की विस्तृत जानकारी दी गई। जिसके दौरान यह बताया गया कि लक्षण महसूस होने पर तुरंत जाँच एवं उपचार कराएं। सरकारी अस्पतालों में जाँच एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध है। ताकि समय पर इलाज शुरू हो सके और बीमारी से आसानी के साथ स्थाई निजात मिल सके।

– फाइलेरिया से बचाव के लिए दवाई का भी कराया गया सेवन :
डीभीबीडीसीओ बबलू सहनी ने बताया, जागरूकता अभियान के दौरान लोगों को जिले में चल रहे एमडीए अभियान के तहत दवाई का सेवन करने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही मौके पर दवाई का सेवन भी कराया गया। वहीं, उन्होंने बताया, जिले में शत-प्रतिशत लोगों को दवाई का सेवन सुनिश्चित कराने को लेकर लगातार एमडीए अभियान चल रहा है। जिसके माध्यम से आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को दवाई का सेवन करा रही हैं।

– कालाजार के लक्षण :
– लगातार रुक-रुक कर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना।
– वजन में लगातार कमी होना।
– दुर्बलता।
– मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।
– व्यापक त्वचा घाव जो कुष्ठ रोग जैसा दिखता है।
– प्लीहा में नुकसान होता है।

– जानें, फाइलेरिया क्या है ?
– फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।
– किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है।
– फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाइड्रोसिल (अण्डकोष में सूजन) है।
– किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।