-तेज धूप में घर से निकलने से करें परहेज, अपने पास रखें ओआरएस का घोल
-शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें, भूख से कम भोजन और बार-बार पानी पीएं
बांका, 5 अप्रैल-
मौसम में बदलाव हो रहा है। पारा 40 डिग्री के पास पहुंच गया है। इस वजह से गर्मी भी बढ़ गई है। कुछ जगहों पर लू चलने की भी सूचना है। ऐसे में स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना बहुत आवश्यक हो जाता है। ऐसे मौसम में लू की चपेट में तो आते ही हैं, साथ में डायरिया होने का खतरा भी रहता है। दरअसल, गर्मी अधिक रहने से पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन होने से समस्याएं काफी हद तक बढ़ जाती हैं। इसलिए लोगों को सचेत रहने की आवश्यकता है। तेज धूप निकलने से पहले ही घर का काम निपटा लें या फिर शाम में धूप कम होने के बाद ही घर से बाहर निकलें।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि लोगों को मौसम के अनुसार ही अपना व्यवहार करना चाहिए। खानपान से लेकर घर से निकलने तक के समय में बदलाव करना चाहिए। दोपहर में घर से कम निकलना चाहिए। सुबह और शाम में ही घरों से लोगों को बाहर निकलना चाहिए। इसी तरह अभी के मौसम में खाना भूख से थोड़ा कम ही खाना चाहिए। साथ ही पानी का सेवन अत्यधिक करना चाहिए। शरीर में पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए। साथ ही ओआरएस का घोल न सिर्फ घर में रखना चाहिए, बल्कि संभव हो तो पास में भी रखना चाहिए।
तेल-मसाले से युक्त भोजन से करें परहेजः डॉ. चौधरी कहते हैं कि अभी के मौसम में गर्म खाना खाने से परहेज करना चाहिए। तेल-मसाले से युक्त भोजन करने से परहेज करना चाहिए। यदि गर्म खाने खा भी लिए हों तो उसकी भरपाई अवश्य करें। तरल पदार्थ का सेवन करें। ओरआरएस का घोल या फिर जूस का सेवन कर लें। ऐसा करने से शरीर में गर्म खाने का असर कम-से-कम होगा। पेट गर्म नहीं होगा। साथ ही मौसमी फल का भी सेवन करें। अभी के मौसम में ककड़ी, तरबूज, गन्ने का जूस इत्यादि को अपनी डाइट में शामिल करें। हरी और पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। इससे कब्जियत भी नहीं होगा। कब्जियत नहीं होने से पेट से संबंधित बीमारी से बचाव होगा।
बीमार पड़ने पर तत्काल ओआरएस घोल का करें सेवनः डॉ. चौधरी कहते हैं कि अभी के मौसम में अगर आप बीमार पड़ते हैं। आपको डायरिया होता है तो तत्काल आप ओआरएस के घोल का सेवन करें और डॉक्टर से संपर्क करें। लगातार उल्टी होना और दस्त होना डायरिया के लक्षण हैं। अगर आपको ऐसा महसूस हो तो आप ओआरएस का घोल लें। अगर ओआरएस घर में उपलब्ध नहीं हो तो नींबू पानी का सेवन करें। इससे फौरी तौर पर राहत मिलती है। डॉक्टर को दिखाने के बाद उनके अनुसार अपना इलाज करवाएं। घर पर खुद से ही इलाज कर निश्चिंत नहीं हो जाएं। ऐसा करना सही नहीं रहेगा। इससे स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है।