– प्रखंडों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिविर आयोजित कर गर्भवती और बच्चों का किया जा रहा है टीकाकरण
– सात दिनों तक चलेगा अभियान, शत-प्रतिशत लाभार्थियों का टीकाकरण सुनिश्चित करने पर है जोर
खगड़िया, 05 अप्रैल-
जिले में मिशन इंद्रधनुष के तहत सेकेंड राउंड का साप्ताहिक नियमित टीकाकरण अभियान चल रहा है। इस अभियान की सोमवार से ही जिलेभर में शुरुआत हो चुकी है। जिसके माध्यम से जिले के विभिन्न प्रखंडों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण शिविर आयोजित कर गर्भवती और बच्चों का जोर-शोर के साथ नियमित टीकाकरण (आर आई) किया जा रहा है। ताकि एक भी लाभार्थी टीकाकरण से वंचित नहीं हो और शत-प्रतिशत लाभार्थियों का टीकाकरण सुनिश्चित हो सके। वहीं, अभियान की सफलता को लेकर संबंधित क्षेत्र की एएनएम, आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविका द्वारा क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों नियमित टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ताकि सभी योग्य लाभार्थी सुविधाजनक तरीके से टीकाकरण करा सकें और अभियान का सफलतापूर्वक समापन सुनिश्चित हो सके।
– विभिन्न प्रकार के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवनंदन पासवान ने बताया, विभिन्न प्रकार के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है। इसलिए, जिले की तमाम गर्भवती महिलाओं से खुद और 0 से 05 आयु वर्ग के बच्चों के अभिभावकों से अपील है कि अपने बच्चों का निश्चित रूप से टीकाकरण कराएं। इससे ना केवल गंभीर बीमारी से बचाव होगा, बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा भी मिलेगा। बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होगा। वहीं, उन्होंने बताया, शून्य से पाँच वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेएई (जापानी बुखार) के टीके लगाए जाते हैं। इसके अलावा अभियान में गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहती है।
– अभियान की सफलता को लेकर जिले के सभी सेविकाओं को दिए गए हैं जरूरी निर्देश :
आईसीडीएस के जिला समन्वयक अंबुज कुमार ने बताया, मिशन इंद्रधनुष अभियान की सफलता को लेकर जिले की सभी सेविकाओं को आवश्यक निर्देश दिए गये हैं। साथ ही शत-प्रतिशत लाभार्थियों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने को लेकर मेडिकल टीम को हरसंभव जरूरी सहयोग करने, अपने पोषक क्षेत्र के लाभार्थियों को टीकाकरण शिविर की जानकारी उपलब्ध कराने समेत अन्य आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।