राष्ट्रीय पोषण अभियान के पोषण एवं वानिकी कार्यक्रम के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इटहरी में पोषण वाटिका निर्माण के लिए किया गया पौधारोपण

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– “कुपोषण छोड़ पोषण कि ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर” थीम के तहत 01 से 30 सितंबर तक मनाया जा रहा है राष्ट्रीय पोषण माह

– हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इटहरी, नौवागढ़ी मुंगेर कि सीएचओ अर्चना कुमारी के नेतृत्व में पोषण वाटिका के निर्माण के लिए किया गया फल, सब्जी और औषधीय पौधों का पौधारोपण

मुंगेर, 22 सितंबर 2021 : राष्ट्रीय पोषण अभियान के पोषण एवं वानिकी कार्यक्रम के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इटहरी नौवागढ़ी मुंगेर में सीएचओ अर्चना कुमारी के नेतृत्व में पोषण वाटिका निर्माण के लिए फल, सब्जी और औषधीय पौधों का पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर सीएचओ अर्चना कुमारी के अलावा एएनएम मालती कुमारी, योग शिक्षक शैलेश कुमार के साथ – साथ आशा कार्यकर्ता मौजूद थी।

इस अवसर पर सीएचओ अर्चना कुमारी ने बताया कि “कुपोषण छोड़ पोषण कि ओर, थामें भोजन की डोर” थीम के तहत 01 से 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। इस दौरान पोषण एवं वानिकी कार्यक्रम के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पोषण वाटिका का निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिए फल, सब्जी के साथ कुछ औषधीय पौधों को लगाया गया है। इसके साथ ही यहां गर्भवती और धातृ महिलाओं को पोषण युक्त आहार लेने के लिए प्रेरित करने के लिए पोषण परामर्श केंद्र का संचालन किया जा रहा है। जिसमें इन सभी महिलाओं को अपने -अपने घरों में पोषण वाटिका का निर्माण करने के साथ- साथ उसके उत्पाद का अधिक से अधिक खुद के साथ अपने परिवार के सही पोषण के लिए इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया जा रहा है ताकि उनके परिवार में कुपोषण की समस्या समाप्त हो सके। इसके साथ ही वैसी महिलाएं जो अपने घरों में पोषण वाटिका का निर्माण कर चुकी हैं वो अपने अनुभवों से अन्य महिलाओं को पोषण वाटिका से होने वाले लाभ के बारे में बताकर उन्हें पोषण वाटिका लगाकर अपने परिवार को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए प्रेरित कर रही है।
उन्होंने बताया कि यहां गर्भवती और धातृ महिलाओं को पोषण युक्त आहार के प्रति प्रेरित करने के लिए स्लोगन लेखन और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। परियोजना स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पोषण वाटिका को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके साथ ही प्रसव पूर्व देखभाल एवम गर्भवती धातृ महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण के साथ-साथ योगाभ्यास और आयुषभ्यास के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।