– एएनसी जाँच के पश्चात गर्भवती को दी जाएगी आवश्यक चिकित्सा परामर्श
– राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने पत्र जारी कर राज्य के सभी सिविल सर्जन को दिए आवश्यक निर्देश
लखीसराय, 08 अप्रैल-
शनिवार को जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी, रेफरल एवं अनुमंडलीय व जिला अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर आयोजित कर प्रसव पूर्व (एएनसी) जाँच की जाएगी। जहाँ गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच की जाएगी और जाँच के पश्चात आवश्यक चिकित्सा परामर्श भी दी जाएगी। जिसमें रहन-सहन, साफ-सफाई, खान-पान, गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियाँ समेत अन्य आवश्यक चिकित्सा परामर्श विस्तार पूर्वक दिया जाएगा। ताकि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा मिल सके और मातृ-शिशु मृत्यु दर पर विराम सुनिश्चित हो सके। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (मातृ स्वास्थ्य) डाॅ सरिता ने पत्र जारी कर राज्य के सभी सिविल सर्जन समेत अन्य चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
– सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिए गए हैं आवश्यक निर्देश :
सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी) महिलाओं की शुरुआती दौर से ही संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता को स्वास्थ्य अवलोकन करना है। प्रसव के 45 वें दिन गृह भ्रमण कर आशा कार्यकर्ता को स्वास्थ्य अवलोकन कर एएनएम के माध्यम से स्थानीय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को रिपोर्ट उपलब्ध करानी है। इस कार्य के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि के रूप 500 रुपये दी जाती है। वहीं, उन्होंने बताया, शनिवार को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत एएनसी जाँच शिविर की सफलता को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। साथ ही आशा कार्यकर्ता समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से सभी लाभार्थियों तक शिविर की जानकारी उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराने को कहा गया है। ताकि अधिकाधिक योग्य लाभार्थियों की जाँच और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके।
– गर्भवती महिलाओं की होगी समुचित जाँच :
डीपीसी सुनील कुमार ने बताया, आयोजित शिविर में सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं की समुचित स्वास्थ्य जाँच की जाएगी। जिसमें मेडिकल टीम द्वारा गर्भवती महिलाओं की ब्लड, यूरिन, एचआईवी, ब्लड ग्रुप, बीपी, हार्ट-बीट आदि की भी जाँच की जाएगी। साथ ही प्रसव अवधि के दौरान किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सकों से जाँच कराने के लिए जागरूक किया जाएगा।
– सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए प्रसव पूर्व जाँच जरूरी :
प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जाँच करानी चाहिए। दरअसल, समय पर जाँच कराने से किसी भी प्रकार की परेशानी का शुरुआती दौर में ही पता चल जाता और पता लगने पर ही उसे आसानी से दूर किया जा सकता है। इसके लिए सरकार द्वारा प्रत्येक माह की नौ तारीख को पीएचसी स्तर पर मुफ्त एएनसी जाँच की व्यवस्था की गई है। ताकि प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार की अनावश्यक शारीरिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा मिल सके । साथ ही सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जाँच कराना जरूरी है।