शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए दिया गया प्रशिक्षण

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–राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधन ईकाई, भागलपुर प्रमंडल ने किया आयोजन
-प्रशिक्षण में भागलपुर और बांका के चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम और फॉर्मासिस्ट हुए शामिल
भागलपुर-
भांगलपुर और बांका के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में गुणवत्ता को बढ़ाने को लेकर गुरुवार को शहर के एक होटल में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण का आयोजन राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधन ईकाई, भागलपुर प्रमंडल ने किया था। इसमें भागलपुर और बांका जिले के चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम और फार्मासिस्ट शामिल हुए। प्रशिक्षण देने का काम आरपीएम रूपनारायण शर्मा, जिला गुणवत्ता सलाहकार डॉ. प्रशांत कुमार और केयर इंडिया की डीटीएल डॉ. श्रद्धा झा ने किया। इस मौके पर सभी लोगों को गुणवत्ता प्रबंधन के गुर सिखाए गए। खासकर कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास मूल्यांकन को लेकर किस तरह से तैयारी करनी है, इसकी जानकारी दी गई। मौके पर क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ. रामप्रीत सिंह और शहरी गुणवत्ता सलाहकार दयानंद मिश्र भी मौजूद थे। इनके अलावा जगदीशपुर, नाथनगर और सबौर के प्रभारी और बीएचएम भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
आरपीएम रूपनारायण शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य दोनों जिलों के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में गुणवत्ता को बढ़ाने को लेकर दिया गया। इससे दोहरा फायदा होता है। एक तो मरीजों को बेहतर सुविधा मिलती है। साथ ही शहरी स्वास्थ्य संस्थानों को कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास के आकलन में भी बेहतर अंक मिलता है। इससे पुरस्कार भी मिलता है औऱ लोगों को मनोबल भी बढ़ता है। इसलिए प्रशिक्षण के दौरान साफ-सफाई से लेकर रिकॉर्ड, पार्किंग इत्यादि चीजों के बारे में प्रसिक्षण के दौरान बताया गया।
मरीजों से बेहतर बर्ताव करने की अपीलः आरपीएम ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान सबसे महत्वपूर्ण यह बात बताई गई कि अस्पताल आने वाले मरीजों के साथ बेहतर बर्ताव करना है। काम का कितना भी दबाव हो, अपना धैर्य बनाकर रखते हुए मरीजों को बेहतर सेवा देना है। अगर मरीजों के साथ बर्ताव बेहतर नहीं होगा तो इससे अस्पताल की छवि धूमिल होती  औऱ लोगों का भरोसा कम होता है। इसलिए इसपर भी ध्यान देने की जरूरत है।