सदर अस्पताल में दलालों की खैर नहीं

140

महिला दलाल का सदर अस्पताल में चिपकाया गया फोटो
सिविल सर्जन ने शिकायत मिलने के बाद फोटो चिपकवाया
भागलपुर-

सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसे लेकर अस्पताल प्रशासन सख्त हो गया है। खासकर दलाल के झांसे में आकर कोई मरीज इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल से निजी क्लीनिक में नहीं जाए, इसे लेकर अस्पताल प्रशासन सतर्क भी हो गया है। इसी कड़ी में अस्पताल के नोटिस बोर्ड पर महिला दलाल का फोटो चिपकाया गया है। इसके साथ ही स्पष्ट शब्दों में लिख दिया गया है कि इनके झांसे में आकर मरीज अस्पताल से बाहर इलाज कराने के लिए निजी क्लीनिक नहीं जाएं। यहां पर मरीज के इलाज की पूरी व्यवस्था है।
दरअसल, शनिवार के महिला दलाल के पकड़ाने के बाद सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने सख्त निर्देश दिया था। इस घटना के बाद सिविल सर्जन ने महिला दलाल का फोटो अस्पताल के नोटिस बोर्ड पर चिपकाने का निर्देश दिया था, जिस पर अमल हो गया है। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में दलालों को घुसने नहीं दिया जाएगा। साथ ही मरीजों को भी सतर्क करने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है। मरीज भी अगर दलाल को पहचानेंगे तो उनके झांसे में नहीं आएंगे। इसके बाद मरीज का इलाज आसानी से हो सकेगा। अस्पताल प्रशासन इसे लेकर पूरी तरह से सतर्क है। मरीज औऱ परिजन भी सावधान रहें।
नर्सों की होगी जांचः सिविल सर्जन ने कहा कि लेबर वार्ड में मौजूद कुछ नर्सों की भी शिकायत मिल रही है। उनकी भूमिका की भी जांच हो सकती है। इस तरह के नेटवर्क को तोड़ने के लिए नर्सों का विभाग भी बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में किसी तरह के नेटवर्क को नहीं चलने दिया जाएगा। एक महिला दलाल की पहचान हो गई है। कुछ अन्य दलालों की भी जानकारी मिली है, जिसे जल्द ही चिह्नित किया जाएगा। दलालों को चिह्नित करने के बाद उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दलालों के चक्कर में नहीं पड़ें मरीजः सिविल सर्जन ने बताया कि दलालों पर अस्पताल प्रशासन तो कार्रवाई कर ही रहा है। साथ ही मरीज और परिजन भी इनके चक्कर में नहीं पड़ें। यहां सभी तरह का इलाज होता है। व्यवस्था के तहत काउंटर पर पर्ची कटाकर ओपीडी में इलाज के लिए जाएं। अगर किसी तरह की कोई परेशानी होती है तो मुझे बताएं। तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सदर अस्पताल की व्यवस्था में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। यहां पर इलाज कराने के लिए आने वाले लोगों को सहूलियत हो, इसका खास ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा भी किसी तरह की परेशानी हो मरीज या परिजन शिकायत करें, कार्रवाई होगी।