-सिविल सर्जन ने फीता काटकर ब्लड बैंक का किया आगाज
-भागलपुर में अब दो सरकारी ब्लड बैंक होने से मरीजों को राहत
भागलपुर, 6 जनवरी-
सदर अस्पताल में गुरुवार को ब्लड बैंक का उद्घाटन हो गया। सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने फीता काटकर इसका उद्घाटन किया। सदर अस्पताल में ब्लड बैंक खुल जाने से यहां आने वाले मरीजों को मायागंज अस्पताल की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। पहले मरीजों को खून की आवश्यकता पड़ने पर मायागंज रेफर कर दिया जाता था, जो अब नहीं होगा। अब यहां पर ही मरीजों को खून उपलब्ध कराकर उसका बेहतर इलाज किया जा सकेगा। सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने उद्घाटन के बाद बताया कि सदर अस्पताल में ब्लड बैंक चालू हो जाने से यहां आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। प्रसूताओं और एनीमिया से पीड़ित महिलाओं का यहां पर बेहतर इलाज हो सकेगा। मौके पर सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ. राजू, डीपीएम फैजान आलम अशर्फी और मैनेजर जावेद मंजूर करीमी समेत कई लोग मौजूद थे।
दो चिकित्सकों की तैनातीः सदर अस्पताल में बने ब्लड बैंक में दो चिकित्सकों डॉ. शैलेश कुमार (एमडी पैथोलॉजिस्ट) व बतौर प्रभारी डॉ. राजू की तैनाती की गई है। इसके अलावा यहां पर आधा दर्जन लैब टेक्नीशियन और चार नर्सिंग स्टॉफ व एक काउंसलर की तैनाती की गई है। डॉ. राजू ने बताया कि ब्लड बैंक से मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके, इसका ख्याल रखा जाएगा है। सभी कर्मचारियों को इस बात की ताकीद की गई है कि यहां पर आने वाले लोगों को बेहतर सेवा मिल सके, इसका ध्यान रखें।
24 नवंबर को मिला था लाइसेंसः सदर अस्पताल प्रशासन के प्रयास से ब्लड बैंक के लिए लाइसेंस स्टेट ड्रग कंट्रोलर रविंद्र कुमार सिन्हा ने 24 नवंबर को जारी किया था। लाइसेंस 23 नवंबर 2026 तक मान्य है। इसके साथ ही सदर अस्पताल का ब्लड बैंक, जिले का दूसरा सरकारी ब्लड बैंक बन गया है। ब्लड बैंक में 300 यूनिट तक खून स्टोर (संग्रहण) करने की क्षमता है। यहां पर पीआरबीसी, प्लेटलेट्स, प्लाज्मा आदि की सुविधा मरीजों को मिल सकेगी।