– पीएचसी से लेकर जिला स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सेवा
– मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर
खगड़िया, 05 जुलाई-
सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर और सजग है। इसे सुनिश्चित करने को स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में दवाई की भी पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध है।ताकि मरीजों को सुविधाजनक तरीके से समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सके और सभी मरीजों आसानी के साथ अपना इलाज करवा सकें । जिसे सार्थक रूप देने के लिए जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाले मरीजों को समुचित बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में स्थानीय स्वास्थ्य विभाग भी अग्रसर है और लगातार स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं का आवश्यकतानुसार विस्तार भी किया जा रहा है। ताकि मरीजों को इलाज कराने में आर्थिक समस्या बाधक नहीं बन सके और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं का सुविधाजनक तरीके से निःशुल्क लाभ मिल सके।
– मरीजों को बेहतर से बेहतर समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का किया जा रहा है प्रयास :
सिविल सर्जन डाॅ अमरनाथ झा ने बताया, प्रखंड से लेकर जिला स्तर पर संचालित सभी स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर स्वास्थ्य प्रबंधन प्रयासरत है। मरीजों को अस्पताल में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो, इस बात को ले सभी स्वास्थ्य संस्थानों का स्वास्थ्य प्रबंधन हमेशा गंभीर और सजग रहता है । मरीजों को इलाज की सुविधा के साथ-साथ मुफ्त दवाई की सुविधा भी मिले, इसे सुनिश्चित करने को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त दवाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए लगातार समीक्षात्मक बैठक की जाती है और आवश्यकतानुसार संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों को दवाई भी उपलब्ध कराई जाती है।
– मौसमी बीमारियों के साथ-साथ अन्य बीमारियों की भी उपलब्ध है दवा :
जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मौसमी बीमारियों (सर्दी-खांसी, बुखार आदि) की तो पर्याप्त दवाई उपलब्ध है ही। इसके अलावा कोविड, टीबी, मलेरिया समेत अन्य बीमारियों की भी पर्याप्त दवाई उपलब्ध है। ताकि ऐसा नहीं हो कि मरीजों को अस्पताल में दवाई नहीं मिल सके और इलाज कराने में कोई असुविधा हो।
– जानें किस स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों में कितने प्रकार की दवाई उपलब्ध रहने का है मानक :
– चिकित्सा महाविद्यालय के वाह्य रोगी कक्ष में 76, अंतर्वासी कक्ष में 113, ऑपरेशन थियेटर में 36, जिला अस्पताल के वाह्य रोगी कक्ष में 71, अंतर्वासी कक्ष में 96, अनुमंडलीय अस्पताल के वाह्य रोगी कक्ष में 58, अंतर्वासी कक्ष में 65, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं रेफरल अस्पताल के वाह्य रोगी कक्ष में 55, अंतर्वासी कक्ष में 59, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वाह्य रोगी कक्ष में 50, अंतर्वासी कक्ष में 34, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वाह्य रोगी कक्ष में 50 एवं अंतर्वासी कक्ष में 34 प्रकार के दवाई उपलब्ध रहने का सरकारी मानक है।