-18 से 22 अप्रैल तक जिले में चलेगा स्वास्थ्य मेला
-प्रखंडों के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की हुई प्रतिनियुक्ति
बांका, 16 अप्रैल।
जिले में 18 अप्रैल से स्वास्थ्य मेला का आगाज हो रहा है। मेला 22 अप्रैल तक चलेगा। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है। इसे लेकर टीबी विभाग ने भी तैयारी की है। टीबी विभाग ने इसे लेकर सभी प्रखंडों में स्वास्थ्यकर्मियों की प्रतियुक्ति भी कर दी है। 18 अप्रैल को पहले दिन बांका सदर और रजौन प्रखंड में मेला लग रहा है। इसे लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बांका में एलटी अवधेश कुमार ज्योति और एसटीएस शिवरंजन कुमार को तैनात किया गया है। वहीं रजौन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एलटी चंद्रशेखर प्रसाद चौधरी और एसटीएलएस संजय कुमार सिंह को तैनात किया गया है। इसी तरह 19 को कटोरिया रेफरल अस्पताल में एलटी रामकृष्ण कुमार और एसटीएस सुनील कुमार को और बौंसी रेफरल अस्पताल में एलटी उमेश प्रसाद व एसटीएलएस पंकज कुमार को तैनात किया गया है। 20 को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंभूगंज में एलटी अख्तर आजमी एवं एसटीएलएस पंकज कुमार को तैनात किया गया है तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन में एलटी रोशन कुमार और एसटीएस सुनील कुमार को तैनात किया गया है। 21 को रेफरल अस्पताल अमरपुर में एलटी सुनील कुमार चौधरी और एसटीएलएस पंकज कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाराहाट में एलटी संजय कुमार सिंह व एसटीएलएस संजय कुमार सिंह और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेहलर में एलटी मो. तहसीन और एसटीएस सुनील कुमार को तैनात किया गया है। मेला के आखिरी दिन 22 अप्रैल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फुल्लीडुमर में एसटीएलएस पंकज कुमार को तैनात किया गया है। 22 को ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धोरैया में एलटी शंभूकांत झा एवं एसटीएस शिवरंज कुमार को तैनात किया गया है।
अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठाएः सीडीओ डॉ. उमेश नंदन प्रसाद सिन्हा ने बताया कि वैसे तो अभी टीबी को लेकर लगातार अभियान चल रहा है, लेकिन स्वास्थ्य मेला को लेकर सिविल सर्जन का पत्र मिला है। इसे लेकर हमलोगों ने बेहतर तैयारी की है। सभी प्रखंडों में स्वास्थ्यकर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है और उन्हें प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के दिशा-निर्देश में काम करने के लिए कहा गया है, ताकि मेला का सफल संचालन हो सके। मेला के दौरान हमलोगों की कोशिश है कि अधिक से अधिक लोग इस आयोजन का लाभ उठाएं। मेला के दौरान स्टॉल पर जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा। बाद में अस्पताल में सैंपल की जांच की जाएगी। जांच में अगर टीबी की पुष्टि होती है तो उसका इलाज किया जाएगा।
काउंसिलिंग की भी रहेगी व्यवस्थाः डॉ. सिन्हा ने बताया कि मेला में लोगों की जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा। साथ में काउंसिलिंग की व्यवस्था भी रहेगी। लोगों को टीबी के इलाज को लेकर प्रेरित किया जाएगा। लक्षण के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही इसके बचाव के क्या उपाय हैं, इसके बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा इलाज के साथ पौष्टिक आहार के लिए मिलने वाली राशि के बारे में भी लोगों को जानकारी दी जाएगी। वहीं संदिग्ध व्यक्ति को इलाज के लिए लाने पर और जांच में उसको टीबी होने की पुष्टि हो जाने के बाद उसे भी प्रोत्साहान राशि दी जाती है। इस बारे में भी लोगों को जानकारी दी जाएगी।