सदर अस्पताल एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतरेगा, तैयारी शुरू

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-एचएमआईएस के डिप्टी डायरेक्टर पहुंचे भागलपुर, तीन दिनों तक रहेंगे
-पहले दिन एडमिन और ओटी का लिया जायजा, कुल छह विभाग परखेंगे
भागलपुर, 26 मई
लक्ष्य और कायाकल्प में बेहतर करने के बाद नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) के पैमाने पर भी सदर अस्पताल खरा उतरेगा। इसे लेकर तैयारी शुरू हो गई है। हेल्थ मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम (एचएमआईएस) के डिप्टी डायरेक्टर रंजन कुमार गुरुवार को सदर अस्पताल, भागलपुर पहुंचे। उनके साथ सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा, अस्पताल प्रभारी डॉ. राजू, मैनेजर जावेद मंजूर करीमी, केयर इंडिया के डीटीओ फैसिलिटी डॉ. राजेश कुमार मिश्रा और डॉ. प्रशांत भी मौजूद थे। वे यहां पर तीन दिनों तक रहेंगे और एनक्वास के पैमाने पर खरा उतरने के लिए सदर अस्पताल में और किस तरह की तैयारी करनी है, इसे लेकर यहां के अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। पहले दिन उन्होंने एडमिन और ओटी की जानकारी ली और उसमें क्या बेहतर हो सकता है, इसके बारे में बताया। शुक्रवार और शनिवार को भी वह दो-दो विभागों को परखेंगे।
रंजन कुमार ने बताया कि भागलपुर सदर अस्पताल की व्यवस्था बेहतर है। इसी का परिणाम है कि लक्ष्य और कायाकल्प में बेहतर रिजल्ट मिला। अब एनक्वास को लेकर तैयारी चल रही है। पहले दिन तो मैंने एडमिन और ओटी को देखा, जो मुझे ठीक लगा। जो सुधार करने की जरूरत है, उसके बारे में बता दिया। अभी दो और दिन रहेंगे। इस दौरान अन्य विभागों के बारे में भी जानकारी लेंगे। उस दौरान भी जो सुधार की बात होगी, उसे यहां के अधिकारियों से साझा करेंगे। अगर वैसा हो गया तो सदर अस्पताल एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतर जाएगा। मुझे ऐसी उम्मीद है।
यहां के मरीजों को मिलेगी बेहतर सुविधाः सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि सदर अस्पताल की व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है। अब यहां पर हड्डी और अन्य तरह की सर्जरी भी जल्द शुरू होने वाली है। इसे लेकर सर्जन को सूचना दे दी गई है। ओपीडी, ओटी, लेबर रूम इत्यादि पहले से ही बेहतर काम कर रहा है। इसका परिणाम भी सामने आ चुका है। लक्ष्य और कायाकल्प में बेहतर प्रदर्शन इसका प्रमाण है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही भागलपुर सदर अस्पताल एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतरेगा और यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
एनक्वास से सर्टिफिकेट मिलने के बाद सुविधाएं बढ़ेंगीः अगर भागलपुर सदर अस्पताल को एनक्वास सर्टिफिकेशन मिल जाता है तो एक प्रमाण पत्र के साथ तय राशि मिलेगी। साथ ही अस्पताल के छह विभागों को आयुष्मान योजना के तहत प्रतिदिन प्रति बेड 10-10 हजार रुपये तीन सालों तक दिया जाएगा। इससे यहां पर इलाज कराने आने वाले मरीजों को फायदा होगा। उन्हें गंभीर बीमारी के इलाज के लिए मायागंज अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा।