सदर अस्पताल जाने वाले हर व्यक्ति का हो रहा कोरोना टेस्ट

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 संक्रमण की रोकथाम को लेकर अस्पताल प्रशासन ने उठाया कदम
अस्पताल में सामान्य मरीजों के इलाज से पहले हो रहा कोरोना टेस्ट
बांका, 18 अगस्त
कोरोना के संक्रमण की रोकथाम को लेकर सदर अस्पताल प्रशासन गंभीर है. इसे लेकर लगातार नए नए कदम उठाए जा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से सदर अस्पताल में आने वाले हर व्यक्ति की कोरोना जांच की जा रही है. जांच में पॉजिटिव पाए जाने के बाद व्यक्ति को होम आइसोलेशन में भेज दिया जाता है या फिर लकड़ीकोला स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाता है.
अस्पताल मैनेजर अमरेश कुमार का कहना है कि कोरोना की रोकथाम को लेकर सदर अस्पताल प्रशासन लगातार नए-नए कदम उठा रहा है. कोरोना मरीजों की जांच में तेजी के साथ अब अस्पताल आने वाले हर व्यक्ति की कोरोना जांच की जा रही है. सिर्फ 3 साल से छोटे बच्चे की जांच नहीं की जाती है. इसे लेकर परिजनों को सतर्क रहने कहा जाता है. बच्चों में कोरोना के संक्रमण का खतरा कम रहता है.अस्पताल आने वाले समान मरीजों की पहले जांच होती है. उसके बाद अगर वह निगेटिव पाए जाते हैं तो उन्हें उनकी जरूरत के हिसाब से इलाज किया जाता है.
जांच में तेजी लाने के लिए झोंकी ताकत: कोरोना मरीजों की जांच में तेजी लाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है. अभी प्रतिदिन 3 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट हो रहे है. जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अन्य सरकारी अस्पतालों में जांच के लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिए गए हैं. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि अभी लगभग 300 लोगों की टेस्ट से हमारे यहां प्रतिदिन होती है. शहरी क्षेत्र के कंटेनमेंट जोन में कोरोना मरीजों की लगातार जांच की जा रही है. शिविर लगाकर डॉक्टर स्वास्थ्य कर्मियों की टीम तैनात रहती है. वहां आने वाले लोगों का सैंपल लेकर आधे घंटे से पहले रिपोर्ट दे दी जाती है.
सभी तरह के मरीजों का हो रहा इलाज: सिविल सर्जन सुधीर महतो ने बताया, सदर अस्पताल में आने वाले हर तरह के मरीजों के लिए बेहतर इलाज की व्यवस्था है। यहां पर तैनात डॉक्टर हमेशा मरीजों के इलाज के लिए तैनात रहते हैं। मरीजों को इलाज कराने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ध्यान अस्पताल प्रबंधन रख रहा है। कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए अलग व्यवस्था की गई है। वहीं सामान्य मरीजों के लिए अलग से व्यवस्था है। कोरोना का संक्रमण नहीं फैले, इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है। यही वजह है कि आने वाले हर व्यक्ति का कोरोना टेस्ट हो रहा है. अस्पताल के कर्मी पूरी सावधानी बरतते हुए मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
शारीरिक दूरी का रखा जा रहा ख्याल: सदर अस्पताल में आने वाले मरीजों व उनके परिजनों से शारीरिक दूरी का पालन करवाया जा रहा है। दो लोगों के बीच दो गज की दूरी हो, इसका ख्याल रखा जा रहा है। बाहर से आने वाले मरीजों को देखने से पहले विशेष सतर्कता बरती जा रही है। यहां आने वाले मरीजों को मास्क और सेनिटाइजर भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी पूरी तरह मास्क और ग्लब्स पहनकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
गर्भवती महिलाओं व शिशुओं को लेकर बरती जा रही सतर्कता: अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं के इलाज को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उनके इलाज को लेकर सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। अस्पताल की नर्स व एएनएम पूरी तरह से सुरक्षित होकर गर्भवती महिलाओं की जांच करते हैं। डॉक्टर भी सावधानीपूर्वक इनका इलाज करते हैं।