46 केंद्रों पर हजारों लोगों को लगे कोरोना के टीके

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पहले और दूसरे चरण के छूटे हुए लाभुकों को भी लगाया गया कोरोना का टीका
टीका का पहला डोज लेने वालों के 28 दिन पूरा होने पर दिया गया बूस्टर डोज

भागलपुर-

जिले में कोरोना टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चल रहा है. धीरे धीरे कोरोना का टीका लेने वाले लाभुकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. मंगलवार को जिले के 46 केंद्रों पर हजारों लाभुकों को कोरोना के टीके पड़े. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि मंगलवार को 45 से 59 साल के बीमारी के अलावा 60 साल से अधिक के बुजुर्गों को कोरोना के टीके दिए गए. हजारों की संख्या में लाभुक केंद्रों पर टीका लेने के लिए सामने आए. टीकाकरण के बाद आधे घंटे तक स्वास्थ्यकर्मियों की टीम ने लाभुकों की निगरानी की. साथ में कोरोना का पहला टीका लेने वालों को 28 दिन पूरा होने पर बूस्टर डोज लेने के लिए भी कहा गया. उन्हें तारीख भी बता दी गई.

पहले और दूसरे चरण के छूटे हुए लाभुकों को भी पड़े टीके:
डॉ. चौधरी ने बताया कि पहले और दूसरे चरण में छूटे हुए स्वास्थ्यकर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्करों को भी मंगलवार को कोरोना के टीके दिए गए. इसके अलावा पहले और दूसरे चरण में पहला डोज ले लेने वाले लाभुकों को कोरोना टीका का बूस्टर डोज दिया गया. सभी केंद्रों पर हर तरह की व्यवस्था थी, जिसका 28 दिन पूरा हो गया था उसे बूस्टर डोज दिया गया.

रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आसान होने से लाभुकों में उत्साह:
डॉ चौधरी ने बताया कि टीकाकरण केंद्रों पर लाभुकों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आसान हो जाने से ज्यादा संख्या में टीका लेने के लिए लाभुक सामने आ रहे हैं. लाभुक अपने साथ आधार कार्ड लाते हैं और साथ में पहचान पत्र, जिसके बाद केंद्र पर मौजूद डाटा ऑपरेटर उनका रजिस्ट्रेशन कर देते हैं. रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद लाभुक टीका लेने के लिए योग्य हो जाते हैं और वह टीका ले लेते .

महिला दिवस पर दूसरे स्थान पर रहा था भागलपुर:
डॉ चौधरी ने बताया की टीका लेने के लिए लाभुकों में उत्साह बढ़ता जा रहा है. इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि महिला दिवस पर 8 मार्च को फिर 12 मार्च को पंचायत प्रतिनिधियों के लिए जो टीकाकरण का अभियान चलाया गया था उसमें दोनों ही दिन भागलपुर सूबे में दूसरे स्थान पर रहा था. जैसे-जैसे टीका लेने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे लोगों में कोरोना टीका के प्रति भरोसा भी बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि लाभुकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.