आडवाणी ने किया ‘अटलनामा’ का लोकार्पण

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पुस्तक में 57 नामचीन लोगों के विचार संकलित

नई दिल्ली। ‘भारत रत्न’ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर केंद्रित पुस्तक ‘अटलनामा’ की पहली प्रति नवरात्र के दौरान भारत के पूर्व उप-प्रधानमंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को भेंट की गई। इस पुस्तक में भारत के राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, पूर्व उप-प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक, भाजपा अध्यक्ष, कई केंद्रीय मंत्री, कई मुख्यमंत्रियों, सांसद व कई नेताओं, पत्रकारों के विचारों को संजोया गया है। पुस्तक का संपादन और संयोजन पत्रकार अनंत अमित ने किया है।

नई दिल्ली के पृथ्वीराज रोड स्थित उनके सरकारी आवास पर पत्रकार अनंत अमित ने उन्हें यह पुस्तक भेंट की। इस दौरान पत्रकार सुभाष चंद्र और गुड़िया सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने पुस्तक के अधिकतम विचारों को देखा और पढ़ा। उन्हांने इस कार्य की सराहना की और कहा कि यह पुस्तक हमारे साथी और देश के प्रधानमंत्री को समझने में काफी सहायक होगा। इसके लिए उन्होंने साधुवाद दिया।

बता दें कि इस पुस्तक का प्रकाशन सरोजिनी पब्लिकेशंस ने किया है। 200 से अधिक पृष्ठों वाली इस पुस्तक में 57 नामचीन लोगों के विचार संकलित किए गए हैं। पत्रकार अनंत अमित कहते हैं कि आज हमारे विचारों में ‘भारत रत्न’ अटल विराजते हैं और हमेशा मौजूद रहेंगे। साल 2007 में उनसे चंद मिनटों की मुलाकात को आत्मसात कर लूं, तो लक्ष्य हासिल कर लूंगा। पत्रकारीय जीवन में कई नेताओं से मिलने का मौका मिला। बिहार से झारखंड होते हुए देश की राजधानी दिल्ली आया। कई नेताओं से मुलाकात हुई। साक्षात्कार किया। उनकी राजनीति और सामाजिक प्रतिबद्धता को करीब से जानने को मौका मिला। लेकिन, अटल जी जैसा व्यक्तित्व विरले रहा। न भूतो न भविष्यति। इसलिए मैंने इस पुस्तक पर काम करने का निर्णय लिया।