साफ-सफाई पर रखा ध्यान तो डेंगू से बचे रहे मोहल्ले के लोग

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तिलकामांझी के सुरखीकल मोहल्ले में इस बार डेंगू के नहीं आए कोई मामले
पिछले सीजन में मोहल्ले के 100 से ज्यादा लोग आ गए थे चपेट में

भागलपुर, 18 दिसंबर

तिलकामांझी के सुरखीकल मोहल्ले में वैसे तो कई रसूखदार लोग रहते हैं, लेकिन इस मोहल्ले का एक हकीकत यह भी है कि यहां बरसात के मौसम में जलजमाव हो जाता है. इस वजह से मच्छर पनपने लगते हैं. खासकर जब बारिश का मौसम जाने वाला रहता है और सर्दी शुरू होती है तो इस दौरान डेंगू के कई मामले सामने आने लगते हैं. साल 2019 में यहां पर डेंगू के 100 से ज्यादा मामले सामने आए थे. शायद ही ऐसा कोई घर था जिसमें डेंगू का मरीज नहीं था, लेकिन कोरोना काल में लोगों ने साफ सफाई पर ध्यान दिया. इसका परिणाम यह रहा कि 2020 में इस मोहल्ले से डेंगू का एक भी मरीज नहीं निकला.

मोहल्ले में जलजमाव नहीं होने दिया: मोहल्ले में बाबा टेंट हाउस चलाने वाले मिहिर झा कहते हैं कि कोरोना की वजह से कुछ तो सकारात्मक परिणाम निकला. कोरोना का दौर शुरू होने के बाद हमलोगों का काम बंद हो गया था. घर पर बैठे रहते थे. टीवी और अखबारों के जरिए लगातार कोरोना से जुड़ी नकारात्मक खबरें आ रही थी. ऐसे में हमने सोचा क्यों न इसे लेकर कुछ किया जाए. उन्होंने अपने सहकर्मियों के साथ मिलकर लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक करने का काम किया. इसके साथ ही मोहल्ले में साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया. बारिश के मौसम में जलजमाव नहीं होने दिया. नगर निगम में जाकर मोहल्ले के नालों की सफाई करवाई. यही कारण रहा कि इस सीजन में बारिश का पानी जमा नहीं हुआ और लोग डेंगू से बचे रहे.

जलजमाव वाली जगहों का नोटकर नगर निगम को बताया: मोहल्ले के ही रहने वाले और सामाजिक कार्य में बढ़-चढ़कर अपने भूमिका निभाने वाले राजू कुमार कहते हैं कि कोरोना काल में हर तरफ से बुरी खबरें आ रही थी. ऐसे में जब मिहिर ने कोरोना को लेकर जागरूकता और साफ- सफाई का काम शुरू किया तो उन्होंने भी इसमें अपना योगदान शुरू कर दिया. हमलोग मोहल्ले के जलजमाव वाली जगहों को नोट करते थे और उसकी शिकायत जाकर नगर निगम से करते थे. दूसरे दिन निगम के कर्मी मोहल्ले में में आकर सफाई करने लगते थे. इस कारण इस बार मच्छर भी नहीं पनप सका और भगवान का शुक्र है कि मोहल्ले से कोई भी व्यक्ति डेंगू का शिकार नहीं हुआ.

कोरोना के खिलाफ अभियान चलाने के दूसरे फायदे भी मिले: मोहल्ले में किराना दुकान चलाने वाले राजेश कुमार कहते हैं कि हमलोगों ने कोरोना के खिलाफ अभियान चलाया था, लेकिन इसके दूसरे फायदे भी मिले. कोरोना से तो बचाव हुआ ही. साथ ही लोग गंदगी से भी बचाव करने लगे. इसका फायदा यह हुआ कि कोरोना समेत अन्य बीमारियों से लोग बचे रहे. हमलोग अब इस सिलसिला को लगातार आगे बढ़ाएंगे जिससे, कि आने वाले समय में भी मोहल्ले के लोग किसी भी तरह की बीमारी से पीड़ित नहीं हो.

मोहल्ले के युवाओं ने अपनी जिम्मेदारी को समझा: मोहल्ले के रहने वाले और शिक्षक सुभाष सिंह कहते हैं कि मोहल्ले के युवाओं ने अपनी जिम्मेदारी को समझा और साफ-सफाई पर ध्यान दिया. इन लोगों ने कोरोना काल में मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर को लेकर लोगों को जागरूक किया. इन चीजों को लोगों में बांटा भी और साफ-सफाई पर ध्यान दिया. इसका परिणाम साफ दिख रहा है. आज मोहल्ला साफ-सुथरा है और सबसे सुखद बात यह है कि पिछले साल डेंगू को लेकर मोहल्ले के लोगों की काफी बदनामी हो गई थी. इस बार डेंगू के कोई मामले सामने नहीं आए. अब हमलोगों ने राहत की सांस ली है.

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें