भारत के बच्चों का बचपन सुरक्षित बनाने के लिए कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन और रेड एफएम ने हाथ मिलाया

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  • कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा स्थापित सुरक्षित बचपन फंड के लिए धन संग्रह के लिए रेड एफएम चलाएगा अभियान।
  • सुरक्षित बचपन फंड से हिंसा के शिकार बच्चों को स्वास्थ्य और कानूनी सहायता के साथ-साथ मानसिक आघात से उबरने के लिए काउंसिलिंग की मदद दी जाएगी।  

भारत के बच्चों का बचपन सुरक्षित बनाने के लिए कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन और रेड एफएम बजाओ फॉर ए कॉज ने हाथ मिलाया है। जिसके तहत रेड एफएम कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा स्थापित सुरक्षित बचपन फंड के लिए धन संग्रह करने के लिए  teen hafte  तक अभियान चलाएगा। सुरक्षित बचपन फंड से हिंसा के शिकार बच्चों को स्वास्थ्य और कानूनी सहायता के साथ-साथ मानसिक आघात से उबरने के लिए काउंसिल की मदद दी जाएगी।   

‘’सुरक्षित बचपन, सुरक्षित भारत’’ बनाने के उद्देश्‍य से ‘’रेड एफएम बजाओ फॉर ए कॉज’’ अपनी वार्षिक सीएसआर पहल के तहत कैलाश सत्यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन के साथ सहयोग कर रहा है। इस पहल के तहत शुरू होने वाले ‘’बजाओ फॉर ए कॉज़’’ बाल श्रमजबरिया वेश्यावृत्तिदुर्व्‍यापार और यौन शोषण के खिलाफ एक साल का अभियान शुरू कर रहा है। गौरतलब है कि रेड एफएम हर साल लोगों में जागरूकता पैदा करने और सहायता के लिए धन जुटाने के लिए सामाजिक महत्व का एक मुद्दा उठाता है और वह समाज के उन कमजोर और हाशिए के लोगों की मुखर आवाज बनता है, जिनकी आवाज अनसुनी रह जाती है।

कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन का सहयोग करते हुए रेड एफएम देशभर के श्रोताओं को ‘’सुरक्षित बचपन, सुरक्षित भारत’’ बनाने के लिए तन और मन से अपना पुरजोर समर्थन करने और बाल हिंसा से प्रभावित समाज के कमजोर और वंचित बच्चों के लिए धन देने का आग्रह करेगा। इस पहल के तहत एफएम रेडियो स्टेशन बंधुआ मजदूरी से मुक्त हुए और अन्‍य बच्‍चों की दुर्दशा के वास्तविक जीवन की कहानियों को भी साझा करेगा जो अभी भी अपना बचपन बचाए जाने की आस कर रहे हैं। इस महत्वपूर्ण काम के लिए रेड एफएम को उम्‍मीद है कि वह नोबेल शांति पुरस्‍कार विजेता श्री कैलाश सत्‍यार्थी के साथ मिलकर जनता को शिक्षित, संगठित और गोलबंद कर पाएगा और बाल श्रम और शोषण को खत्म करने में सफल हो पाएगा। ‘’सुरक्षित बचपन, सुरक्षित भारत’’ के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध यह पहल बाल मजदूरी से मुक्‍त और पुनर्वासित कराए गए बच्‍चों का बड़े पैमाने पर मदद करेगी। ऐसे शोषित बच्चों को मदद पहुंचाने का रेड एफएम का यह अभियान एक साल तक चलेगा।

 कैलाश सत्यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन के साथ सहयोग पर टिप्पणी करते हुए रेड एफएम की सीओओ निशा नारायणन का कहना है, “बजाते रहो, रेड एफएम का मंत्र है। ‘बजाओ फॉर ए कॉज़ हमको विरासत में मिला है और हम लगातार अपनी पहलों में इसको लेकर आगे बढ़ रहे हैं। हरेक साल हम इस सीएसआर अभियान का अनेक मुद्दों और सरोकारों के लिए संचालन करते हैं और इसके लिए बाजारों और शहरों तक हमारी पहुंचने की कोशिश होती है। उदाहरणस्‍वरूप मुम्‍बई में सेक्स श्रमिकों के बच्चों के लिए शिक्षा, कोलकाता में 50 सरकारी स्कूलों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीनों की स्थापना,दिल्ली में अनाथ या यतीम बच्चों के लिए धन जुटाने और इस साल पूरे भारत में सभी प्रकार के शोषण के खिलाफ सुरक्षित बचपन जैसे अभियान इसमें शामिल हैं। हमारा मानना ​​है कि श्री सत्‍यार्थी की सुरक्षित बचपन‘ पहल के साथ हमारा सहयोग युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में आगे बढ़ेगा। हम उन्‍हें एक ऐसा जीवन देने के लिए अग्रसर हैं जिसके वे हकदार हैं।‘’  

रेड एफएम के सहयोग पर टिप्पणी करते हुए नोबेल शांति पुरस्‍कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी कहते हैं ‘’हमारा देश जो विकास और तकनीकी प्रगति के लिए प्रयासरत हैवहां बाल मजदूरी अभी भी सबसे बड़ी राष्ट्रीय त्रासदी है, क्योंकि यह गरीबी और निरक्षरता को कायम रखता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत में हर घंटे चार बच्‍चों का यौन शोषण किया जाता है और आठ मिनट पर एक बच्‍चा लापता हो जाता है। अकसर इन बच्चों को यौन दासता और बंधुआ मजदूरी के लिए बेचा जाता हैजो खतरनाक परिस्थितियों में काम करते हैं। इन बच्‍चों को उनकी मासूमियतउनके सपनों और उनके बचपन से अलग किया जा रहा है। उन बच्‍चों को हताश और असहाय जीवन जीने के लिए अभिशप्‍त किया जा रहा है। मैं इस बात को अस्‍वीकार करता हूं कि उनकी समस्‍याओं का समाधान नहीं हो सकता। मैं हमेशा आपसे यह कहता हूं कि आप जब कभी भी किसी बच्‍चे को मजदूरी करते हुए देखें तो आप उसी तरह से गुस्‍सा होइए जैसे कि आपके बच्‍चे से मजदूरी करायी जा रही हो। आपके सहयोग और समर्थन से हम इस सामाजिक बुराई को दूर कर सकते हैं और उनको न्‍याय दिला सकते हैं जो इस दासता और हिंसा का सामना कर रहे हैं। अपने साथ मैं ‘’सुरक्षित बचपनसुरक्षित भारत’’ बनाने में योगदान के लिए रेड एफएम की सराहना करता हूं।‘’

रेड एफएम और कैलाश सत्यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन का यह साझा प्रयास सुरक्षित बचपन के संदेश को व्यापक रूप से फैलाने की एक योजना का हिस्सा है। देश के बड़े महानगरों दिल्लीकोलकाता,मुम्‍बई और बेंगलुरु में ऑन-एयर कार्यक्रमों के माध्यम से यह लोगों पर अधिक से अधिक प्रभाव डाल सकेगा। इसी महीने से शुरू इस कार्यक्रम के लिए श्रोता 1000 रुपये का दान कर सकते हैं, जिसे धारा 80 जी के तहत आयकर से मुक्‍त रखा गया है। रेड एफएम का उद्देश्य उन निर्दोष चेहरों पर मुस्कुराहट लाना है और उन्हें खूबसूरत जीवन में विश्‍वास दिलाना है। नोबेल शांति पुरस्‍कार विजेता श्री कैलाश कैलाश सत्‍यार्थी द्वारा स्‍थापित कैलाश सत्यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन इस दुनिया को बच्चों के लिए सुरक्षित और बेहतर बनाने के अभियान में जुटा हुआ है और रेड एफएम जैसे रेडियो माध्‍यम के साथ सहयोग करके वह अपने कारवां को और आगे बढ़ाने के लिए प्रयत्‍नशील है।

93.5 रेड एफएम एक परिचय

रेड एफएम का स्‍लोग्‍न है- ‘’हम अपरिवर्तनीय हैंहम युवा, संयमित और आधुनिक हैं। हम इस सहस्राब्दी की आवाज़ हैं। हम देश के सबसे बड़े रेडियो नेटवर्क में से एक हैं और हम रेड एफएम हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हम केवल सुपर हिट संगीत देते हैं। हमारे रेड एफएम का फलसफा और रवैया ‘’बजाते रहो’’ का है। हम हमेशा लोगों के लिए वही बोलते हैं जो उनके लिए सही है। हम अपने श्रोताओं के लिए वही करते हैं जो उनके दिलों में है। इसीलिए उनके साथ भावनात्मक संबंध स्थापित करने के लिए हमें उनकी ‘’अभिव्यक्ति का स्टेशन’’ कहा जाता है। हम कुछ अलग करते हैं। हम भेड़चाल नहीं चलते हैं और उसके नियमों का पालन नहीं करते हैं। रेड एफएम 237 से अधिक पुरस्‍कार जीतने वाला ऐसा अभियान है, जिसे सर्वश्रेष्ठ ब्रांडसर्वश्रेष्‍ठ एफएम स्टेशन और सर्वश्रेष्‍ठ आरजे का सम्‍मान हासिल है।

कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन एक परिचय

कैलाश सत्यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन एक ऐसी दुनिया की कल्पना करता है, जहां सभी बच्चे स्कूल में नि:शुल्‍क शिक्षा पा सकेंगे। वे सुरक्षित और स्वस्थ होंगे और उन्हें अपनी क्षमता को निखारने का भरपूर अवसर मिलेगा। फाउंडेशन का उद्देश्‍य बाल श्रम और दासता को खत्‍म करना है। इस संदर्भ में कहा जा सकता है कि बच्चों के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसाओं को दूर करना है। इसे जमीनी और वैश्विक स्‍तर पर अमलीजामा पहनाने के लिए श्री कैलाश सत्‍यार्थी पिछले चार दशकों से भी अधिक समय से सक्रिय हैं। श्री सत्‍यार्थी के सपनों और उनके अभियान को आगे बढ़ाने के काम में युवाओं को भी शामिल किया गया है। फाउंडेशन के काम में सरकारव्‍यापारिक जगत और समुदायों के बीच अधिक सहयोग बने, इसके प्रयास भी सम्मिलित हैं।