नईदिल्ली- सीपीजे कॉलेज नरेला ((गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय दिल्ली से संबद्ध) ने विद्यार्थियो को व्यावहारिक शिक्षा प्रदान के लिए शैक्षणिक और संबद्ध कार्यक्रमों के आयोजन की समृद्ध परंपरा के अनुसरण में अपनी 5 वीं राष्ट्रीय मूट कोर्ट और राष्ट्रीय बहस प्रतियोगिताओं का आयोजन “परिवार कानून: समकालीन चुनौतियां और समाधान” विषय पर 9 और 10 अप्रैल, 2021 को वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया। लगभग 350 छात्र और संकाय सदस्य इन प्रतियोगिताओं में दर्शकों के रूप में शामिल हुए और पूरे भारत से अच्छी संख्या में टीमों ने प्रतियोगिताओं में भाग लिया। आयोजन का उद्घाटन न्यायमूर्ति जीएस सिस्तानी, दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश, डॉ. अभिषेक जैन, महासचिव, और श्री युगांक चतुर्वेदी, महानिदेशक की सम्मानित उपस्थिति में हुआ। अपने स्वागत भाषण में श्री चतुर्वेदी ने कहा कि अच्छे सामाजिक और पारिवारिक कानून; क़ानून की सही व्याख्या और उनके उपयुक्त अनुप्रयोग एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण करने में सक्षम हैं। अपने उद्घाटन भाषण में जस्टिस जी.एस. सिस्तानी ने प्रतिभागियों को कानूनी पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण में मूट कोर्ट अभ्यास के महत्व के बारे में बताया और उम्मीद की कि प्रतिभागी छात्र अपनी क्षमताओं को उजागर करने और प्रतियोगिता जीतने के लिए अपने कानूनी कौशल का उपयोग करने में सफल होंगे।
समापन समारोह को वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राजीव बंसल, श्री आर.एस. गोस्वामी, और श्री मुरारी तिवारी ने संबोधित किया। उन्होंने जोर दिया कि टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी। उन्होंने अपनी अच्छी बहस और मूटिंग क्षमता, सॉफ्ट कौशल और कानूनी ज्ञान को बेहतर प्रदर्शित किया।माननीय अतिथियों ने वैश्विक महामारी और समाज में इसके सामाजिक-आर्थिक और कानूनी प्रभाव के कारण समकालीन चुनौतियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण की दिशा में जागरूकता बढ़ाने के लिए सीपीजे कॉलेज के प्रयासों की सराहना की। विजेता टीमों और सभी प्रतिभागियों के लिए क्रमश: पुरस्कार और ई-प्रमाणपत्र की घोषणा की गई।महानिदेशक श्री युगांक चतुर्वेदी के वोट ऑफ़ थैंक्स के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।