नईदिल्ली-
दिल्ली के करोल बाग का चार मंजिला होटल अर्पित तड़के आग लगने से सुबह तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक बच्चा और महिलाएं भी हैं। मरने वालों में ज्यादातर लोग दिल्ली आए टूरिस्ट व अन्य लोग थे। म्यांमार और कोच्चि से आए लोग भी इनमें शामिल हैं। कई अन्य लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही थी। इन्हें दिल्ली के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।
अग्निशमन विभाग ने होटल से 30 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकालने की जानकारी दी। साथ ही आग पर काबू पाने के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने की बात कही। हादसे में खत्म हुए ज्यादातर लोग एक ही परिवार से बताए जा रहे हैं, जो केरल के कोच्चि के रहने वाले हैं। कल ही किसी शादी में शामिल होने दिल्ली आए थे।
इस हादसे ने करोल बाग ही नहीं, पहाड़गंज और दिल्ली भर के होटलों में सुरक्षा के मसले पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हादसे में 17 लोगों की मौत पर बात करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने दुख जताते हुए कहा कि ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने की वजह से हुई।
इस घटना में ज्यादातर मौतें धुएं से दम घुटने के कारण हुई हैं। होटल के एसी कमरों की खिड़कियां पैक थीं, जिस वजह से धुआं बिल्डिंग से बाहर नहीं निकल पाया। कमरों में भरता गया। गहरी नींद में होने की वजह से होटल में ठहरे गेस्ट धुएं और आग की चपेट में आते गए, हालांकि अस्पताल पहुंचे कई शव जली हालत में भी मिले, लेकिन माना जा रहा है कि दम घुटने की वजह से वे लोग बेसुध होकर लपटों की चपेट में आए। आग लगने के दौरान चार-पांच लोगों ने बिल्डिंग से भी छलांग लगा दी।