हिन्दू संघर्ष समिति की अगुवाई में PFI की गतिविधियों के खिलाफ दिल्ली विश्व विद्यालय पोल खोलो अभियान चलाया गया। छात्रों ने पीएफआई को भारत की ऑंतरिक सुरक्षा हेतु बड़ा ख़तरा बताया तथा पूरे भारत मे इसे तुरंत प्रभाव से बैन लगाने की मॉंग की ।
हिन्दू संघर्ष समिति की दिल्ली विश्वविद्यालय की अध्यक्षा सुश्री चितवन गोदारा ने झारखंड के मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास की PFI पर बैन लगाने पर भूरि भूरि प्रशंसा की तथा केन्द्र सरकार से पूरे भारत मे बैन लगाने की मॉंग की ।
विधि संकाय के छात्र नेता गौरव यादव ने कहा कि कर्नाटक चुनाव से पूर्व भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह ने PFI पर बैन लगाने की बात की थी , तो भाजपा नीत केन्द्र सरकार को अपना वादा पूरा करना चाहिये ।
इस अवसर पर हंसराज कॉलेज के छात्र नेता
आकाश त्यागी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय मे PFI की एक मज़बूत यूनिट मौजूद है , ये इस्लामिक आतंकवादियों की छद्म अावरण वाली अधोसंरचना है ।
किसी अप्रिय घटना होने से पहले ही दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन को जाग कर PFI पर कार्यवाही करनी चाहिये ।
PFI , पाकिस्तानी हाफ़िज़ सईद के संगठन जमात उल दावा का भारतीय संस्करण है ।
ये सेवा कार्य की आड़ मे आतंकवाद के लिये सहायक अधोसंरचना का निर्माण कर रही है । ये भारत विरोधी मानसिकता वाले संगठनों का एक अखिल भारतीय गठबंधन है , जो मायावी इन्द्र जाल रचकर , विष भरे घड़े के मुख पर लगे मक्खन की तरह दिख रहा है ।
समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री दीक्षा कौशिक ने कहा कि अगले शैक्षणिक वर्ष मे हम PFI के ख़िलाफ़ एक निर्णायक ऑंदोलन छेड़ने वाले है तथा सभी को इसे लेकर जागरूक करना अनिवार्य है ।