निमोनिया के लक्षण दिखे तो नहीं करें लापरवाही

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-निमोनिया से बचाव के लिए टीके उपलब्ध हैं
-सही समय पर कराएँ इलाज,
-बच्चों और बुजुर्गों को निमोनिया से विशेष तौर पर बचाने की जरूरत
विश्व निमोनिया दिवस आज –

भागलपुर, 11 नवंबर।
गुरुवार 12 नवम्बर को विश्व निमोनिया दिवस है। इस बार थीम है ‘स्टॉप निमोनिया एवरी ब्रेथ कॉन्टस’। आमतौर पर लोग निमोनिया को साधारण बीमारी मान लेने की भूल कर देते हैं। इस वजह से यह कभी-कभी जानलेवा भी हो जाता है। दरअसल, बच्चे और बुजुर्गों में निमोनिया का असर ज्यादा होता है। इन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इस वजह से ये लोग इसकी चपेट में आ जाते हैं।

निमोनिया से बचाव के लिए टीके उपलब्ध हैं-
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि निमोनिया में फेफड़े संक्रमित हो जाते हैं। फेफड़े में मवाद भर जाता और सूजन आ जाती है। इस वजह से बलगम वाली खांसी, सर्दी, बुखार और ठंड लगने लगती है। निमोनिया से बचाव के लिए टीके उपलब्ध हैं। डॉक्टर से सलाह लेकर आप टीके लगवाकर स्वस्थ्य हो सकते हैं।

हाथों की नियमित तौर पर सफाई करें:
निमोनिया से बचाव के लिए स्वच्छता(हाइजीन) का ध्यान रखना जरूरी है। श्वसन संबंधित संक्रमण से बचने के लिए हाथों को लगातार धोते रहें। साथ ही हैंड सैनिटाइजर से सैनिटाइज करते रहें। इससे फेफड़े संक्रमित होने से बचे रहेंगे।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को करें मजबूत:
निमोनिया से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करने की जरूरत है। इसके लिए संतुलित आहार लेना चाहिए। समय मिलने पर योग और व्यायाम करना चाहिए। साथ में नींद की भी कमी नहीं होनी चाहिये। भरपूर नींद लेनी चाहिए।

धूम्रपान नहीं करें:
धूम्रपान के सेवन से भी श्वसन से संबंधित संक्रमण की आशंका रहती है। इसलिए धूम्रपान नहीं करें। धूम्रपान करने से पास रहने वाले लोगों के भी संक्रमित होने का खतरा रहता है। धूम्रपान नहीं करने से वह भी बच जाएंगे।

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें