New delhi: मुम्बई में अचानक एक ऐसी लहर चली जिसके बाद महाराष्ट्र के सियासत को पानी-पानी करते हुए एक साथ कई राजनितिक चेहरों को लें डुबा. महाराष्ट्र में लगातार कई दिनों से आरोप प्रत्यारोप का सिलसीला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं मुम्बई की राजनितिक गलियारों में हलचलें तो तब शुरु हो गई जब परमबीर सिंह को हटा कर पूर्व डीजीपी हेमंत नागराले को मुंबई पुलिस के नए कमिश्नर बनाया गया.
सौ करोड़ रुपए की उगाही का दिया गया टार्गेट
परमबीर सिंह ने आठ पेज की लंबी-चौड़ी चिट्ठी लिख कर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और कई चौंकाने वाली जानकारियां भी दी हैं। परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों को हर महीने सौ करोड़ रुपए की उगाही का टार्गेट दिया था। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के इस विस्फोटक पत्र के बाद महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है।
परमबीर सिंह के चिट्ठी से मचा घमासान
परमबीर सिंह ने चिट्ठी में लिखा है कि सचिन वझे को मुंबई से 100 करोड़ रुपये की धन उगाही करने का लक्ष्य दिया गया था। अंटीलिया केस में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्टी सामने के बाद भाजपा सरकार ने आज महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार पर जमकर हमला बोला। एंटीलिया केस में परमबीर सिंह की चिट्टी के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उद्धव सरकार पर निशाना साधा।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद किए तिख़े सवाल
बीजेपी सरकार ने हमला करते हुए पूछा कि सचिन वझे को किसके दबाव में लाया गया है। शिवसेना के, सीएम के या शरद पवार के ? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा की तरफ से पहला सवाल यह है कि सचिन वझे की नियुक्ति किसके दबाव में की गई? मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के, शिवसेना के या शरद पवार के ? प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज हमलवार अंदाज में कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने एक चिट्टी लिखी है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री और राज्यपाल जी को, जिसमें उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री ने सचिन वझे से कहा कि हमें 100 करोड़ रुपये महीना बंदोबस्त करके दो।
पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की मांग
उन्होंने कहा कि एक एसीपी का घर में मुख्यमंत्री द्वारा बचाव किया जा रहा है, और गृह मंत्री उसे महाराष्ट्र से हर महीने 100 करोड़ रुपये निकालने के लिए कह रहे हैं! इस पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा एक बाहरी एजेंसी द्वारा एक ईमानदार, पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की मांग करती है।